सेंचुरियन बैंक ऑफ पंजाब (सीबीओपी) के शेयरधारकों ने निजी क्षेत्र के एचडीएफसी में बैंक के विलय की योजना को शुक्रवार को मंजूरी दे दी।
सीबीओपी ने बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) को बताया कि शेयरधारकों ने असाधारण आम बैठक में इस आशय का प्रस्ताव मंजूर किया।बैंक को अब इस प्रस्ताव पर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मंजूरी हासिल करनी होगी।गत 25 फरवरी को एचडीएफसी बैंक ने सीबीओपी को 1:29 शेयर स्वाप रेशियो की मंजूरी दी थी। इसका आशय यह है कि सेंचुरियन बैंक ऑफ पंजाब के 29 शेयरों के बदले सीबीओपी के शेयरधारकों को एचडीएफसी का एक शेयर दिया जाएगा।
गौरतलब है कि देश में आईसीआईसीआई बैंक के बाद प्राइवेट सेक्टर के बैंकों में एचडीएफसी दूसरे पायदान पर है। जबकि सेंचुरियन बैंक ऑफ पंजाब चौथा सबसे बड़ा बैंक है। पूरे देश भर में एचडीएफसी की करीब 746 और सेंचुरियन बैंक ऑफ पंजाब की 394 शाखाएं हैं। वर्तमान मार्केट वैल्यू के आधार पर कहा जा सकता है कि विलय के बाद दोनों बैंकों की संयुक्त रूप से बाजार पूंजी करीब 58,000 करोड़ रुपये की हो जाएगी।