देश में जल्द ही पहले रियल एस्टेट म्युचुअल फंड की शुरुआत हो सकती है। इसके लिए वाधवान समूह की हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर (एचडीआईएल) बाजार नियामक से मंजूरी का इंतजार कर रही है।
अगर उसे मंजूरी मिल जाती है, तो रियल एस्टेट म्युचुअल फंड लाने वाली यह देश की पहली रियल्टी कंपनी बन जाएगी। पूंजी की मार झेल रही रियल एस्टेट कारोबारियों को इस फंड के जरिए अतिरिक्त धन हासिल करने में सहूलियत होगी।
देश में अचल संपत्ति क्षेत्र की तीसरी सबसे बड़ी कंपनी एचडीआईएल ने म्युचुअल फंड पेश करने के लिए एचडीआईएल फाइनैंस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड नाम से नई कंपनी गठित की है। कंपनी जहां इस बाबत सेबी की मंजूरी का इंतजार कर रही है, वहीं इसके लिए जरूरी तैयारियों में जुट गई है।
अचल संपत्ति क्षेत्र की कंपनियों की ओर से वित्तीय सेवाओं की शुरुआत एक नया कारोबार बनकर उभर रहा है। वाधवान समूह रियल एस्टेट के साथ-साथ अन्य कारोबार में भी हाथ आजमाने की तैयारी में जुटी है। इसके तहत कंपनी मनोरंजन, प्रसारण और ऊर्जा के साथ तेल और गैस उत्खनन में भी रुचि दिखा रही है।
उल्लेखनीय है कि एचडीआईएल के पास 19.2 करोड़ वर्गफीट जमीन आरक्षित है और मुख्य रूप से मुंबई में इसका रियल एस्टेट कारोबार केंद्रित है। एचडीआईएल फाइनैंस सर्विसेज के चीफ एग्जिक्युटिव रवि शर्मा ने बताया कि म्युचुअल फंड शुरू करने का आवदेन सेबी के पास लंबित है। मंजूरी मिलने से पहले हम इसके लिए जरूरी तैयारियां कर रहे हैं। मंजूरी मिलने के तीन महीने के अंदर इसे लॉन्च करने की योजना है।
गौरतलब है कि सेबी की ओर से रियल्टी म्युचुअल फंड के लिए अप्रैल माह में ही दिशा-निर्देश जारी किया था, लेकिन कंपनियों की इसमें खास दिलचस्पी नहीं दिखी। दरअसल, उनका कहना था कि इस दिशा-निर्देश में पर्याप्त स्पष्टता नहीं है। खासतौर से गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों और कराधान के मसले पर। इसके साथ ही इसमें विदेशी निवेशकों और अनिवासी भारतीयों से प्राप्त निवेश के बारे में भी खास जानकारी नहीं दी गई है।
हालांकि शर्मा का कहना है कि कंपनी के पास गैर निष्पादित परिसंपत्तियों की गणना और कराधान की स्पष्ट योजना है। उनके मुताबिक, गैर निष्पादित परिसंपत्तियों को दैनिक आधार पर घोषित किया जाएगा। रियल एस्टेट म्युचुअल फंड क्लोज एंड म्युचुअल फंड से मिलती-जुलती योजना है, जिसे स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध कराया जा सकता है।
रियल एस्टेट म्युचुअल फंड कुल परिसंपत्ति का 35 फीसदी निवेश कर सकती है। इससे वह रियल एस्टेट सिक्युरिटीज, बांड और सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों को खरीद सकती है। रियल एस्टेट म्युचुअल फंड स्पेशल पर्पज व्हीकल (एसपीवी) के लिए रियल एस्टेट डेवलपर्स को साझेदार भी बना सकती है।
रियल एस्टेट म्युचुअल फंड लाने वाली देश की पहली कंपनी होगी एचडीआईएल
सेबी से मंजूरी का है इंतजार
एचडीएफसी म्युचुअल फंड, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल और यूनिटेक भी कर रही है इसकी तैयारी