Categories: बाजार

सीईओ ने बेचा हिस्सा, पीबी फिनटेक का शेयर टूटा

Published by
बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 6:26 PM IST

पॉलिसीबाजार और पैसा बाजार पोर्टल का परिचालन करने वाली कंपनी पीबी फिनटेक का शेयर मंगलवार को कारोबारी सत्र के दौरान 15 फीसदी तक टूट गया जब कंपनी के चेयरमैन व सीईओ
यशीश दहिया ने 37.8 लाख शेयरों की बिकवाली की।
यह शेयर अंत में 11.5 फीसदी की गिरावट के साथ 582.8 रुपये पर बंद हुआ, जो नवंबर में सूचीबद्ध‍ता के बाद एक दिन की दूसरी सबसे बड़ी गिरावट है। पीबी फिनटेक का शेयर कारोबारी सत्र के दौरान एनएसई पर 556 रुपये के निचले स्तर को छू गया था, जहां 638 करोड़ रुपये के शेयरों  का कारोबार हुआ। स्टॉक एक्सचेंज के डिस्क्लोजर से पता चलता है कि दहिया ने 37.7 लाख शेयर (0.84 फीसदी हिस्सेदारी) 610.2 रुपये प्रति शेयर पर बेचे, जिसकी कुल कीमत 230 करोड़ रुपये रही।
बाजार के प्रतिभागियों ने कहा कि संस्थापक की तरफ से इतने ज्यादा शेयर बेचने का फैसला  ऐसे समय में लिया गया जब पीबी फिनटेक का शेयर अपने सर्वोच्च स्तर  से आधा रह गया है, जो निवेशकों  की अवधारणा पर चोट पहुंचा रहा है।
कंपनी ने एक बयान में  कहा कि शेयरों  की बिक्री एम्पलॉयी स्टॉक ऑप्शंस  प्लान  (ईसॉप्स) पर कर भुगतान की खातिर रकम जुटाने  के लिए हुई।
पीबी फिनटेक ने एक बयान में कहा, शेयरों की बिक्री पर पूंजीगत लाभ कर के अतिरिक्त ईसॉप्स की बिक्री पर भी कर भुगतान किया जाता है, ऐसे में 37,69,471 शेयरों  की बिक्री का  इस्तेमाल मौजूदा व  भविष्य के कर भुगतान में किया जाएगा। पीबी फिनटेक का शेयर इस साल करीब 40 फीसदी नीचे है।  इसकी तुलना में सेंसेक्स में 7  फीसदी  की गिरावट हुई है। कंपनी का आश्वासन कि पीबी फिनटेक में दहिया की हिस्सेदारी समय के साथ बढ़ेगी, पर इससे बिकवाली नहीं रुकी।
पीबी  फिनटेक के 5,625 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम  को निवेशकों की अच्छी प्रतिक्रिया मिली थी और कुल मिलाकर 16 गुना आवेदन हासिल हुए थे। इस  आईपीओ में  3,750  करोड़ रुपये नए शेयर जारी करके जुटाए गए थे जबकि 1,875 करोड़ रुपये  की द्वितीयक बिक्री थी। आईपीओ में शेयर 980 रुपये पर जारी हुए थे। सूचीबद्ध‍ता के कुछ ही दिनों के भीतर स्टार्टअप शेयरों  को लेकर उल्लास के चलते कंपनी  का शेयर 1,470 रुपये तक चढ़ गया था।
हालांकिअमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ  से  महामारी के बाद प्रोत्साहन पैकेज वापस  लेने के फैसले से  स्टार्टअप शेयरों में गिरावट आने लगी, जिनमें से कई  सिर्फ भविष्य में ही आय सृजित कर पाएगी।

First Published : June 8, 2022 | 12:59 AM IST