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मजबूत वृद्धि की राह पर ओबेरॉय रियल्टी, 6,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना

वित्त वर्ष 2024 तथा वित्त वर्ष 2027 के बीच बुकिंग के आंकड़े में 25 प्रतिशत की वार्षिक चक्रवृद्धि दर (सीएजीआर) हासिल करने की संभावना है।

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देवांशु दत्ता   
Last Updated- December 18, 2024 | 9:55 PM IST

मुख्य तौर पर मुंबई में कारोबार करने वाली रियल एस्टेट कंपनी ओबेरॉय रियल्टी मजबूत वृद्धि की राह पर है। आवासीय, रिटेल, हॉस्पिटैलिटी और सोशल इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में काम करने वाली ओबेरॉय रियल्टी मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में मजबूत ब्रांडों में से एक है। कंपनी ने बुकिंग और संग्रह में मजबूत वृद्धि दर्ज की है और वित्त वर्ष 2024 तथा वित्त वर्ष 2027 के बीच बुकिंग के आंकड़े में 25 प्रतिशत की वार्षिक चक्रवृद्धि दर (सीएजीआर) हासिल करने की संभावना है।

कंपनी का इरादा 6,000 करोड़ रुपये जुटाने का है। इस रकम का इस्तेमाल अगले 1-2 साल में किया जा सकेगा। इससे वह जमीन अधिग्रहीत कर सकती है और उसके सकल विकास मूल्य (जीडीवी) में 70,000 करोड़ रुपये का इजाफा हो सकता है। ओबेरॉय का शुद्ध ऋण और इक्विटी अनुपात वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही तक 0.02 गुना है जो बेहद मामूली है। ओबेरॉय ने वित्त वर्ष 2025 में अब तक 35 से ज्यादा परियोजनाएं पूरी की हैं। उसके पोर्टफोलियो में 3 करोड़ वर्ग फुट का मौजूदा और आगामी विकास कार्य शामिल है।

आगामी परियोजनाओं के लिए कंपनी पेशकश के पहले ही महीने में 25 प्रतिशत तक की बुकिंग के साथ आंतरिक स्रोतों और कोष उगाही पर निर्भर रह सकती है। उसे अपने कमर्शियल, रिटेल और हॉस्पिटैलिटी सेगमेंटों से आय के बेहतर प्रवाह की उम्मीद है। इस नकदी मॉडल के अलावा कोष उगाही और घटते कर्ज से भी कंपनी की कारोबारी विकास रणनीति को ताकत मिलेगी।

ओबेरॉय रियल्टी ने वित्त वर्ष 2020 से वित्त वर्ष 2024 के दौरान राजस्व में 19 प्रतिशत की सालाना चक्रवृद्धि दर्ज की। वित्त वर्ष 2024 में उसने 4,496 करोड़ रुपये का राजस्व हासिल किया। कंपनी की कई आवासीय पेशकश तैयार हैं। इनमें एलिसियान, स्काईसिटी और फॉरेस्टिवविले में नए टावर तथा पेडर रोड, मलाबार हिल, तारदेव और बांद्रा में महंगी परियोजनाएं शामिल हैं।

दिल्ली एनसीआर में गुरुग्राम में नई पेशकश संभावित है। अधिक योगदान को देखते हुए, वाणिज्यिक और खुदरा संपत्तियों सहित ओबेरॉय के किराये के विकल्प बढ़ने वाले हैं। वित्त वर्ष 2027 तक, ठाणे, दक्षिण मुंबई और एनसीआर में पेशकशों के कारण बुकिंग 9,000 करोड़ रुपये से अधिक पर पहुंचने का अनुमान है।

वित्त वर्ष 2024-27 के दौरान 22 प्रतिशत सीएजीआर संभव है, जिसका मतलब है कि वित्त वर्ष 2027 तक 8,171 करोड़ रुपये का राजस्व। कुल राजस्व में आवासीय क्षेत्र से 80 प्रतिशत हिस्सा आने की उम्मीद है जबकि शेष राशि एन्युटी और हॉस्पिटैलिटी सेगमेंट से मिलेगी।

एबिटा मार्जिन 50 प्रतिशत से अधिक है जो रियल्टी क्षेत्र में सबसे अधिक है। वित्त वर्ष 2024 के लिए ओबेरॉय रियल्टी ने वित्त वर्ष 2023 के मुकाबले 106 आधार अंक की वृद्धि के साथ 53.6 प्रतिशत का एबिटा मार्जिन दर्ज किया। वित्त वर्ष 2025 से 27 तक एबिटा मार्जिन 55 प्रतिशत या उससे बेहतर रह सकता है।

कंपनी ने वित्त वर्ष 2024 में 1,926 करोड़ रुपये का कर बाद लाभ (पीएटी) दर्ज किया जो एक साल पहले की तुलना में 1.1 प्रतिशत की वृद्धि है। वित्त वर्ष 2020 से 24 तक पीएटी सीएजीआर 60 प्रतिशत था। वित्त वर्ष 2024-27 के दौरान पीएटी सीएजीआर लगभग 20 प्रतिशत हो सकता है, जबकि पीएटी मार्जिन 40 प्रतिशत पर स्थिर रहने की उम्मीद है।

First Published : December 18, 2024 | 9:55 PM IST