facebookmetapixel
हर एक शेयर पर मिलेंगे 23 शेयर, स्टॉक की कीमत ₹10 से भी कम; NBFC कंपनी ने मचाया धमाल2025 में चांदी की रिकॉर्ड बढ़त के बाद कियोसाकी का दावा: 2026 में 200 डॉलर तक पहुंचने की संभावना!छिपे फॉरेक्स चार्ज से परेशान? विशेषज्ञ से समझें RBI के नए नियमों के बारे मेंGST सुधार और FDI का असर: बीमा क्षेत्र में फिर आएगी रफ्तार, FY27 में डबल डिजिट ग्रोथ की उम्मीदUpcoming IPOs: Jio, फ्लिपकार्ट, PhonePe से लेकर OYO तक; 2026 में इन बड़े नाम के आएंगे IPOMarket Outlook: नए साल से पहले बाजार की चाल तय करेंगे मैक्रो आंकड़े और वैश्विक संकेतBonus Stocks: 2025 की विदाई और 2026 की शुरुआत में निवेशकों को तोहफा, दो कंपनियां बाटेंगी बोनसStock Split: अगले हफ्ते दो कंपनियां अपने शेयरों का करेंगी बंटवारा, रिकॉर्ड-डेट पर सबकी नजरयूके एफटीए से अमेरिका टैरिफ विवाद तक: 2025 में भारत की ट्रेड पॉलिसी की तस्वीरMCap: सात बड़ी कंपनियों का मार्केट कैप डूबा, SBI सबसे बड़ा नुकसान उठाने वाली

NSE लगातार चौथे साल दुनिया का सबसे बड़ा डेरिवेटिव एक्सचेंज

Last Updated- January 30, 2023 | 9:03 AM IST
NSE Nifty Next 50
Shutter Stock

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) कारोबारी अनुबंधों की संख्या के लिहाज से 2022 में एक बार फिर दुनिया के सबसे बड़े डेरिवेटिव एक्सचेंज के रूप में उभरा है। वायदा उद्योग संघ (एफआईए) ने यह जानकारी दी।

एनएसई ने रविवार को एक बयान में कहा कि यह लगातार चौथा साल है, जब उसने शीर्ष स्थान हासिल किया है। इसके अतिरिक्त, वैश्विक शेयर बाजार परिसंघ (डब्ल्यूएफई) के आंकड़ों के अनुसार एनएसई 2022 में इक्विटी खंड में सौदों की संख्या (इलेक्ट्रॉनिक ऑर्डर बुक) के लिहाज से तीसरे स्थान पर रहा। यह स्थान इससे पिछले साल चौथा था।

एनएसई के व्यवसाय विकास प्रमुख श्रीराम कृष्णन ने कहा, ”इक्विटी खंड में तीसरा स्थान और डेरिवेटिव में सबसे बड़ा एक्सचेंज होने की उपलब्धि सभी हितधारकों के सहयोग का नतीजा है।”

First Published - January 30, 2023 | 9:03 AM IST

संबंधित पोस्ट