बाजार

अदाणी ने चुकाए 111 करोड़ डॉलर

प्रवर्तकों को वापस मिलेंगे अदाणी ट्रांसमिशन, अदाणी पोर्ट्स और अदाणी ग्रीन के गिरवी शेयर

Published by
देव चटर्जी
Last Updated- February 06, 2023 | 10:06 PM IST

अदाणी समूह के प्रवर्तकों ने गिरवी रखे शेयरों को कर्ज की मियाद पूरी होने से पहले ही छुड़ाने के लिए आज ऋणदाताओं को 1.11 अरब डॉलर चुका दिए। इसके बाद समूह की तीन प्रमुख कंपनियों – अदाणी ग्रीन एनर्जी, अदाणी पोर्ट्स और अदाणी ट्रांसमिशन के गिरवी रखे शेयर प्रवर्तकों को वापस मिल जाएंगे।
अदाणी समूह ने कहा कि ये कर्ज सितंबर 2024 तक चुकाए जाने थे मगर प्रवर्तकों ने उससे पहले ही 1.11 अरब डॉलर दे दिए। बाजार में हालिया उतार-चढ़ाव देखते हुए और सूचीबद्ध कंपनियों के शेयर गिरवी रख प्रवर्तकों द्वारा लिया गया कुल कर्ज घटाने के इरादे से समूह ने यह निर्णय किया है। कर्ज वक्त से पहले चुका दिए जाने के कारण तीन सूचीबद्ध कंपनियों के शेयर उचित समय पर प्रवर्तकों को वापस कर दिए जाएंगे।

इससे अदाणी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकनॉमिक जोन के गिरवी शेयर वापस मिलेंगे, जो प्रवर्तकों की 12 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर है। इसी तरह अदाणी ग्रीन एनर्जी के करीब 3 फीसदी प्रवर्तक हिस्सेदारी के बराबर शेयर मिलेंगे और अदाणी ट्रांसमिशन में प्रवर्तकों की 1.4 फीसदी हिस्सेदारी के बराबर शेयर वापस मिल जाएंगे। इन शेयरों को छुड़ाने के बाद इन तीन कंपनियों में प्रवर्तकों का एक भी शेयर गिरवी नहीं रहेगा। समूह ने कहा, ‘यह कदम शेयर गिरवी रखकर कर्ज जुटाने के मामलों में समय से पहले भुगतान के प्रर्वतकों के आश्वासन के अनुरूप है।’

हालांकि अदाणी समूह की कंपनियों के शेयर आज भी लुढ़कते रहे। अदाणी ग्रीन एनर्जी 5 फीसदी नुकसान के साथ 887 रुपये पर और अदाणी ट्रांसमिशन 10 फीसदी गिरावट के साथ 1,261 रुपये पर बंद हुआ। अदाणी पोर्ट्स ऐंड सेज का शेयर 9.5 फीसदी नीचे 546 रुपये पर बंद हुआ। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि गिरवी शेयर छुड़ाए जाने के बाद अगर समूह की कंपनियों के शेयर और गिरते हैं तो प्रवर्तकों पर इतना दबाव नहीं पड़ेगा क्योंकि ऋणदाता शेयर भाव में गिरावट की भरपाई के लिए उनसे कोई फरमाइश नहीं करेंगे। अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में अदाणी समूह पर शेयर भाव में हेरफेर करने के आरोप लगने के बाद से समूह की कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त बिकवाली देखी जा रही है। हिंडनबर्ग ने कहा था कि उसने अदाणी समूह के विदेशी बॉन्डों में शॉर्ट सेलिंग पोजिशन ली है। हालांकि अदाणी समूह ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए इससे इनकार किया है। समूह शॉर्ट सेलर के ​खिलाफ कानूनी कार्रवाई की योजना बना रहा है।

3 फरवरी को वै​श्विक रेटिंग फर्म फिच रेटिंग्स ने कहा था कि अदाणी ग्रीन एनर्जी, अदाणी पोर्ट्स ऐंड सेज तथा अदाणी ट्रांसमिशन की रेटिंग पर तत्काल कोई असर नहीं पड़ेगा। साथ ही उसने कहा कि इन कंपनियों की नकद प्रा​प्तियों के अनुमान में भी खास बदलाव की उम्मीद नहीं है। फिच ने कहा, ‘निकट अव​धि में कोई विदेशी बॉन्ड भी परिपक्व नहीं हो रहा है। अदाणी पोर्ट्स ऐंड सेज का बॉन्ड जून 2024 तक परिपक्व होगा और अदाणी ग्रीन एनर्जी तथा अन्य कंपनियों के बॉन्ड इसके बाद ही परिपक्व होंगे। ऐसे में हाल फिलहाल कर्ज के भुगतान का कोई जो​खिम नहीं है।’

अदाणी ट्रांसमिशन के बारे में फिच ने कहा कि कंपनी के कारोबारी प्रोफाइल को इसके विनियमित परिसंप​त्ति आधार, पारेषण संप​त्तियों के लिए भुगतान-पूलिंग तंत्र तथा पारेषण परियोजनाओं को चालू तथा संचालित करने के बेहतर रिकॉर्ड से सहारा मिलता है।

First Published : February 6, 2023 | 10:06 PM IST