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1,875 करोड़ रुपये के फर्जी रिफंड दावे!

Last Updated- December 15, 2022 | 4:43 AM IST

एकीकृत वस्तु एवं सेवा कर (आईजीएसटी) से जुड़े कुल 1,377 निर्यातकों के दावे धोखाधड़ी से किए गए हैं, जो 1,875 करोड़ रुपये के हैं, जिनके कारोबार का मूल स्थान नहीं मिला है।  सरकार के सूत्रों के मुताबिक जोखिम वाले इन निर्यातकों में सेवन स्टार निर्यातक शामिल हैं।
सीमा शुल्क, जीएसटी, आयकर और विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) के आंकड़ों के विशेष जोखिम सूचकांकों के आधार पर नियार्तकों को ‘जोखिम वाला’ चिह्नित किया गया है। इसके साथ ही 3 स्टार निर्यातकोंं के बारे में भी प्रतिकूल रिपोर्ट मिली है।
सूत्रों ने कहा कि 10 स्टार निर्यातकों ने 28.9 करोड़ रुपये राशि के आईजीएसटी रिफंड के दावे में धोखेबाजी की है।
उन्होंने कहा कि अब तक 7स516 निर्यातक जोखिम वाले निर्यातक की सूची में शामिल हैं। इनमें से 2,830 जोखिम वाले निर्यातकों का आईजीएसटी रिफंड, 1,363 करोड़ रुपये का ड्रॉबैक  लंबित किया गया है। ड्रॉबैक उन वस्तुओं पर लगने वाले शुल्कों के रिफंड से जुड़ा हुआ है, जिनका इस्तेमाल निर्यात का सामान तैयार करने में होता है।
इसके साथ ही 2,197 जोखिम वाले निर्यातकोंं के बारे में प्रतिकूल रिपोर्ट मिली है।
सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के फील्ड फॉर्मेशन में चिह्नित किए गए जोखिम वाले निर्यातकों के खिलाप 115 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामलों की पहचान की गई है।  इसके अलावा 234 आपूर्तिकर्ताओं की पुष्टि अब तक हुई है और 82 आपूर्तिकर्ता अपने कारोबार के मूल स्थल पर मौजूद नहीं पाए गए हैं। चिह्नित किए गए जोखिम वाले निर्यातकों के बारे में सूचनाएं सीजीएसटी फॉर्मेशन के साथ साझा की गई है, जिससे वित्तीय और भौतिक जांच की जा सके।

First Published - July 18, 2020 | 12:12 AM IST

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