यूनिटी इन्फ्रा

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 05, 2022 | 4:24 PM IST

अचल परिसंपत्ति क्षेत्र में मजबूत विकास का लाभ निर्माण कंपनियों को मिलेगा और इससे इन कंपनियों के लिये और अधिक आर्डर आयेंगे। अचल परिसंपत्ति क्षेत्र में विकास को सरकार के बुनियादी ढांचा विकास खर्च पर अधिक ध्यान देने से बल मिलेगा और इससे यूनिटी के आर्डर प्रवाह में वित्त वर्ष 2007-2010 की अवधि में 20 प्रतिशत से अधिक की सालाना बढोतरी होगी। यूनिटी के पास 2,450 करोड़ रुपये की मजबूत आर्डर बुक है, जो इसके वित्त वर्ष 2007 की आय के 4.8 x है। मजबूत आर्डर बुक और आर्डर प्रवाह में बढोतरी से मजबूत वित्तीय निष्पादन की अगुवाई होगी। यूनिटी एक पूर्ण अनुषंगी कंपनी, यूनिटी रीयल्टी एंड डेवलपर्स के माध्यम से अचल परिसंपत्ति क्षेत्र में उतरी है। अचल परिसंपत्ति परियोजनाओं में नागपुर, पुणे एवं गोवा की परियोजनाएं शाामिल हैं जो निर्माण-परिचालन-हस्तांतरण (बीओटी) आधार पर हैं। इसके साथ ही कंपनी की कोलकाता में 1.5 करोड़ वर्ग फीट (करोड़ वर्ग फीट) का विकास करने की योजना है। इसके मद्देनजर कंपनी ने कोलकाता में 150 एकड़ भूमि 100 करोड़ रुपये में खरीदी है। इन परियोजनाओं के वित्तपोषण के लिये कंपनी यूआरडीएल में अपनी हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है जिससके यूनिटी के शेयरधारकों के लिये वैल्यू अनलाक होगी। यूनिटी के मुख्य निर्माण कार्य का मूल्य 757 रुपये प्रति शेयर का है जबकि अचल परिसंपत्ति क्षेत्र में नागपुर एवं गोवा परियोजनाओं तथा उल्हासनगर पेयजल आपूर्ति परियोजना का मूल्य 192 रुपये प्रति शेयर मूल्यांकित है। क्लीयर होटल कैपिटल में हाल ही की हिस्सेदारी बिी के आधार पर पुणे परियोजना का मूल्यांकन 21 रुपये प्रति शेयर है। अनुसंधान फर्म ने यूनिटी पर एक खरीद सिफारिश की शुरुआत की है।

First Published : March 2, 2008 | 8:16 PM IST