बनी रहे यह मुस्कराहट

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 06, 2022 | 10:44 PM IST

सेवानिवृत्ति के पड़ाव पर खड़े अधिकतर लोगों के दिल में कई सवाल होते हैं कि आखिर सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें खर्च के लिए कितने रुपयों की जरूरत पड़ेगी और क्या उनके पास पर्याप्त धन होगा, जो जिंदगीभर की उनकी जरूरतों को पूरा कर सके।


चलिए इन सवालों का जवाब ढूंढ़ने के लिए कुछ संबंधित मामलों पर एक नजर डालते हैं। सबसे पहले आपकी अनुमानित आयु संभाव्यता। बेशक इस सवाल का जवाब देना काफी मुश्किल है, क्योंकि कोई भी सही-सही अनुमान नहीं लगा सकता कि वह कितने साल जीएगा या जीएगी।


भारत में लगभग औसतन आयु संभाव्यता 70 वर्ष है, लेकिन तब क्या अगर आप उससे अधिक वर्ष जीवित रहे? आदर्शत: किसी को भी 85 वर्ष तक के लिए अपनी पूंजी पर रिटर्न का बंदोबस्त करना चाहिए, जबकि उसे अपनी पूंजी को विरासत के रूप में अपने प्रियजनों के लिए भी छोड़ना होता है।


कम से कम, अगर वे इस आयु सीमा से अधिक वर्षों के लिए जीवित रहते हैं, तब उनके पास अपने लिए कुछ योजनाएं तो होंगी, जो उनकी बाकी जिंदगी को आसान बना दे और जिस पैसे का इस्तेमाल वे अपने सेवानिवृत्ति के बाद के खच के लिए कर सकें। इससे वे उचित सेवानिवृत्ति बचत योजना अपनाने के काबिल होंगे और ऐसा न होने पर काफी मुश्किल होगी, अगर वे अपने रिटर्न के सहारे जीने की योजना बना रहे हैं, जब वे अपनी पूंजी को अपने जीवन के अंतिम दिन तक संभाले रखना चाहते हैं।


साथ ही, आपको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि आप सेवानिवृत्त होने के बाद कितना खर्च उठाना चाहते हैं, इसे आप सेवानिवृत्ति से पहले के खर्च की प्रतिशतता में बताएं। यहां आपने सुना या पढ़ा होगा कि कुछ ऐसे आंकड़े 50 से 50 प्रतिशत तक कम हो जाते हैं। लेकिन इन आंकड़ों पर विश्वास करना मुश्किल है।


बल्कि, यह बेहतर होगा कि आप इन आंकड़ों पर खुद काम करें। जिन चीजों में खर्च कम हो सकता है, वह हैं आपके काम के लिए कपड़े और परिवहन। लेकिन ऐसे में कुछ अन्य खर्च बढ़ भी सकते हैं।


अधिकतर मामलों में, सेवानिवृत्त होने से पहले के मुकाबले सेवानिवृत्त होने के बाद खर्च बढ़ जाते हैं, क्योंकि अब आपके पास बहुत समय होता है। लेकिन इससे पहले की आप चिंता की सागर में डूब जाएं, आपकी समस्याएं हल हो सकती हैं।


ऐसा तब हो सकता है, जब आपने अब तक समय रहते सही तरीके से निवेश किया हो, निवेश से आपको निरंतर मिलने वाला रिटर्न यह सुनिश्चित कर देता है कि आपको अपने सेवानिवृत्ति के बाद के खर्च के लिए कुछ और काम करने की जरूरत नहीं है। इससे भी अधिक, आपके पास कुछ अधिक पैसे भी हाल में हो सकते हैं, अगर आपकी एन्डाउमेंट या मनी बैक योजना भी परिपक्व हो जाती है।


हालांकि आपको कुछ काम करना होगा, जो आपको तसल्ली दे सके कि इस अधिक पैसे के लिए आपके पास उचित प्रबंधन है। इसके लिए आप सेवानिवृत्ति के बाद विभिन्न स्रोतों से होने वाली आय की गणना करें, यह पेंशन, निवेश पर रिटर्न, ब्याज, किराए के रूप में आय और अन्य हो सकती है।


इसके बाद, सेवानिवृत्ति के बाद के लिए बजट बनाएं, जिसमें वह सभी चीजें शामिल हों, जिनके लिए आप खर्च करने वाले हैं। कुछ खर्च मासिक होंगे, जैसे कि राशन और अन्य जरूरी सामान का बिल, जबकि कुछ और अलग-अलग अंतराल वाले होंगे, जैसे कि मेडिकल इंश्योरेंसस, छुट्टियां आदि।


आय और खर्च को साल के आधार पर लें और फिर एक महीने में आय और खर्च जानने के लिए इन्हें 12 से भाग कर दें। ऐसे में ध्यान रखें कि आप न तो कंजूस हो जाएं और न ही बेहद खर्चीला। एक ऐसा बजट बनाएं जो आपकी जरूरतों को पूरा कर दे, जिसकी आपको जरूरत है।


अपनी वित्तीय हालत को सही बनाए रखने के लिए जरूरी है कि आप अपने पैसे को पुनर्निवेश करें। हर महीने अपनी आय का कुछ हिस्सा निवेश करें ताकि आपकी पूंजी बढ़ सके। इसके बाद, बची हुई रकम को अपने मासिक खर्च के लिए आवंटित करें। आदर्शत: एक खाता आपके निवेश के लिए और दूसरा खाता खर्च के लिए होना चाहिए। हां, कभी-कभी आपके पास अतिरिक्त पैसे भी हो सकते हैं, लेकिन उसे खर्च करने से पहले ध्यान रखें कि कभी-कभी आपके पास पैसों की कमी भी हो सकती है, तब?


बढ़ सकते हैं खर्च
टेलीफोन का बिल
बिजली का बिल (घर पर ज्यादा समय रहना)
आपके शौक (समय बिताने का तरीका)
छुट्टियां (रिश्तेदारों और देशदुनिया की सैर)
तोहफे, दान
बीमारियों का खर्च जो मेडिकल इंश्योरेंस में शामिल नहीं

First Published : May 11, 2008 | 11:42 PM IST