facebookmetapixel
खरीदारी पर श्राद्ध – जीएसटी की छाया, मॉल में सूने पड़े ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोरएयरपोर्ट पर थर्ड-पार्टी समेत सभी सेवाओं के लिए ऑपरेटर होंगे जिम्मेदार, AERA बनाएगा नया नियमकाठमांडू एयरपोर्ट से उड़ानें दोबारा शुरू, नेपाल से लोगों को लाने के प्रयास तेजभारत-अमेरिका ट्रेड डील फिर पटरी पर, मोदी-ट्रंप ने बातचीत जल्द पूरी होने की जताई उम्मीदApple ने उतारा iPhone 17, एयर नाम से लाई सबसे पतला फोन; इतनी है कीमतGST Reforms: इनपुट टैक्स क्रेडिट में रियायत चाहती हैं बीमा कंपनियांमोलीकॉप को 1.5 अरब डॉलर में खरीदेंगी टेगा इंडस्ट्रीज, ग्लोबल मार्केट में बढ़ेगा कदGST 2.0 से पहले स्टॉक खत्म करने में जुटे डीलर, छूट की बारिशEditorial: भारत में अनुबंधित रोजगार में तेजी, नए रोजगार की गुणवत्ता पर संकटडबल-सर्टिफिकेशन के जाल में उलझा स्टील सेक्टर, QCO नियम छोटे कारोबारियों के लिए बना बड़ी चुनौती

छोटे-मझोलों को मिली राहत

Last Updated- December 08, 2022 | 9:49 AM IST

मंदी से हलकान हो रहे छोटे-मझोले उद्योगों को राहत देने के मकसद से देश के प्रमुख ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक ने ब्याज दरों में कटौती की घोषणा की है।
एसबीआई ने सूक्ष्म, छोटो और मझोले उद्योगों को परिचालन पूंजी के लिए कर्ज पर ब्याज दरों में 50 से 100 आधार अंकों की कटौती की है। नई दरें 16 दिसंबर से प्रभावी हैं।
इस पहल से अब छोटे-मझोले उद्यमी 10.25 फीसदी की ब्याज पर परिचालन पूंजी के लिए बैंक से कर्ज ले सकेंगे। ब्याज दरों में छूट का लाभ उन्हीं उद्योगों को मिलेगा, जिनकी परिचालन पूंजी 10 करोड़ रुपये तक है।
इसके साथ सरकारी स्वामित्व वाले इस बैंक ने छोटे-मझोले उद्योगों के लिए एक और सहूलियत देने की घोषणा की है। एसएमई केयर नाम की इस नई योजना के तहत उद्यमी अपने परिचालन पूंजी से 20 फीसदी अतिरिक्त कर्ज ले सकते हैं। इसके साथ ही छोटे उद्योगों को बिजली की जरूरतों के लिए डीजल से चलने वाले जेनरेटर खरीदने के लिए भी कर्ज मुहैया कराएगी।
-एसएमई के लिए ब्याज दरों में 50 से 100 आधार अंकों की कटौती
-छोटे उद्योग परिचालन लागत से 20 फीसदी अतिरिक्त कर्ज ले सकेंगे
-डीजल चालित जेनरेटर के लिए भी स्टेट बैंक मुहैया कराएगा कर्ज

First Published - December 18, 2008 | 2:52 PM IST

संबंधित पोस्ट