अमेरिका, यूरोपीय संघ (EU) और चीन जैसे प्रमुख बाजारों में जून, 2023 के दौरान भारत का इंजीनियरिंग निर्यात (engineering export in june) घटने का सिलसिला जारी रहा। ईईपीसी इंडिया (EEPC) ने कहा कि इससे एक चुनौतीपूर्ण वैश्विक व्यापार माहौल का पता चलता है।
भारतीय इंजीनियरिंग निर्यात संवर्धन परिषद (ईईपीसी) ने कहा कि इस दौरान पश्चिम एशिया और उत्तरी अफ्रीका (डब्ल्यूएएनए), उत्तर-पूर्व एशिया और सीआईएस देशों को निर्यात में सकारात्मक वृद्धि हुई।
भारत के इंजीनियरिंग निर्यात में जून, 2023 में लगातार तीसरे महीने गिरावट हुई। इस दौरान यह सालाना आधार पर 11 प्रतिशत घटकर 8.53 अरब डॉलर रह गया। ईईपीसी ने कहा कि यह गिरावट अमेरिका, यूरोपीय संघ और चीन को निर्यात घटने के चलते हुई।
रूस को इंजीनियरिंग निर्यात लगभग तीन गुना बढ़ा
समीक्षाधीन अवधि में अमेरिका को निर्यात 12.5 प्रतिशत घटकर 1.45 अरब डॉलर, यूरोपीय संघ को निर्यात 16.2 प्रतिशत गिरकर 1.51 अरब डॉलर और चीन को निर्यात 20 प्रतिशत गिरकर 18.4 करोड़ डॉलर रह गया।
हालांकि, इस दौरान रूस को इंजीनियरिंग निर्यात लगभग तीन गुना होकर 11.69 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-जून के दौरान रूस को निर्यात सालाना आधार पर चार गुना होकर 33.74 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया।
ईईपीसी इंडिया के चेयरमैन अरुण कुमार गरोडिया ने कहा, ‘‘गिरावट में सबसे अधिक योगदान धातु क्षेत्र का रहा। ऐसा कमजोर वैश्विक मांग के चलते हुआ। ऐसे संकेत हैं कि चीन में निर्माण क्षेत्र कमजोर होने से वैश्विक स्तर पर इस्पात की मांग कमजोर हो गई है।’’