वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अगर महंगाई की रफ्तार इसी तरह जारी रही, तो अगले कुछ हफ्तों तक महंगाई दर दहाई अंक में बनी रह सकती है।
उनका कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है। ऐसे में अगर कीमतों में और इजाफा होता है, तो महंगाई दर का नीचे आना मुश्किल होगा। हालांकि उन्होंने इस बात का संकेत जरूर दिया है कि महंगाई दर की रफ्तार में थोड़ी नरमी आ सकती है।
उधर, वित्त मंत्रालय के अधिकारिक बयान के मुताबिक, रिजर्व बैंक की ओर नकद आरक्षित अनुपात और रेपो दर में आधी फीसदी की बढ़ोतरी की घोषणा से महंगाई पर काबू पाने में मदद मिलेगी। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि आरबीआई के इस कदम से आर्थिक विकास दर पर कोई असर नहीं पड़ेगा।