सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के एकदिवसीय शतकों के रिकॉर्ड की बराबरी करने की दहलीज पर खड़े भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली (Virat Kohli) ने मंगलवार को कहा कि जब उन्होंने अपना करियर शुरू किया था तो उन्होंने इतने रन और शतक बनाने के बारे में कभी नहीं सोचा था।
कोहली मौजूदा एकदिवसीय विश्व कप (ODI World Cup) में अच्छी फॉर्म में हैं और छह मैच में एक शतक और तीन अर्धशतक जड़ चुके हैं। उन्होंने 19 अक्टूबर को पुणे में बांग्लादेश के खिलाफ नाबाद 103 रन की पारी खेलकर अपना 48वां वनडे शतक लगाया और अब तेंदुलकर के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी करने से सिर्फ एक शतक दूर हैं।
‘कभी भी इतना सब कुछ हासिल करने के बारे में नहीं सोचा था’
कोहली ने ‘स्टार स्पोर्ट्स’ से कहा, ‘‘अगर हम क्रिकेट के बारे में बात करें तो मैंने कभी भी इतना सब कुछ हासिल करने के बारे में नहीं सोचा था, जैसे कि मेरा करियर कहां है और भगवान ने ऐसे करियर तथा प्रदर्शन का आशीर्वाद दिया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने हमेशा सपना देखा था कि मैं ऐसा करूंगा लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि चीजें इस तरह से आगे बढ़ेंगी। कोई भी इन चीजों की योजना नहीं बना सकता है कि आपका सफर कैसा रहेगा और आपके सामने चीजें कैसे होंगी।’’
कोहली ने कहा, ‘‘मैंने कभी नहीं सोचा कि इन 12 साल में मैं इतने शतक और इतने रन बनाऊंगा।’’ कोहली ने कहा कि उन्हें ‘अनुशासन और जीवनशैली’ बदलनी पड़ी क्योंकि उन्होंने अपने करियर में एक समय पाया कि वह पेशेवरपन के मामले में पिछड़ रहे हैं।
अनुशासन और जीवनशैली के संबंध में काफी बदलाव किए
उन्होंने कहा, ‘‘मेरा एकमात्र ध्यान इस बात पर था कि मैं टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करूं और मुश्किल परिस्थितियों में टीम को मैच जिताऊं। इसके लिए मैंने अनुशासन और जीवनशैली के संबंध में काफी बदलाव किए।’’
भारत के लिए 2008 में पदार्पण करने वाले कोहली ने कहा, ‘‘मेरे पास हमेशा प्रेरणा थी लेकिन पेशेवरपन की कमी थी। अब मेरा पूरा ध्यान इस बात पर है कि मैं खेल को कैसे खेलना चाहता हूं और उसके बाद, मैंने जो परिणाम हासिल किए हैं, वे उसी तरह से खेलने से मिले हैं।’’