इंडस टावर्स लिमिटेड ने वोडा-आइडिया (वीआई) के स्वैच्छिक ऋणपत्र परिवर्तनीयता के प्रस्ताव पर विचार नहीं किया। नतीजे के बाद आयोजित कॉन्फ्रेंस कॉल में कंपनी के प्रबंधन ने शुक्रवार को विश्लेषकों को यह जानकारी दी।
वोडा-आइडिया ने भुगतान योजना सामने रखी और इसे इंडस टावर्स के निदेशक मंडल ने मंजूर कर लिया। कंपनी के मुख्य वित्त अधिकारी विकास पोद्दार ने कहा, वास्तव में हमने ऋणपत्र की परिवर्तनीयता के विकल्प पर विचार नहीं किया। हम भुगतान योजना को वास्तव में क्रियान्वित होते देखना चाहते हैं।
पिछले शुक्रवार को वोडा-आइडिया के निदेशक मंडल ने अमेरिकन टावर कॉरपोरेशन को 1,600 करोड़ रुपये के ओसीडी जारी करने का फैसला लिया था। इससे जुटाई जाने वाली रकम का इस्तेमाल टावर कंपनी का बकाया चुकाने में किया जाएगा। इंडस टावर्स को वोडा-आइडिया से करीब 7,000 करोड़ रुपये लेने हैं और कंपनी ने ऋणपत्र से जुड़े प्रस्ताव पर विचार नहीं किया। इसके बजाय कंपनी के निदेशक मंडल ने वोडा की तरफ से दिसंबर तक भुगतान के प्रस्ताव पर सहमति जताई।
वोडा आइडिया बिल की 100 फीसदी राशि और बकाया रकम जनवरी-जुलाई 2023 के बीच चुकाने पर सहमत हो गई है। पिछले महीने इंडस टावर्स ने वोडा आइडिया को नवंबर तक बकाया चुकाने या कनेक्शन काटने की चेतावनी दी थी। विश्लेषकों के सवाल के जवाब में टावर कंपनी के प्रबंधन ने हालांकि कहा कि यह सिर्फ कयास था और कोई टावर डिसकन्क्ट नहीं किया गया।
इंडस टावर्स ने वित्त वर्ष 23 की दूसरी तिमाही में 872 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया जबकि कंपनी का राजस्व 7,967 करोड़ रुपये रहा। राजस्व में सालाना आधार पर 16 फीसदी की बढ़ोतरी हुई जबकि लाभ 44 फीसदी घट गया। कंपनी ने संदेह वाले कर्ज के लिए दूसरी तिमाही में 1,700 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
कंपनी को भारत में 5जी सेवा शुरू होने के साथ राजस्व में बढ़ोतरी की उम्मीद है। रिलायंस जियो ने दिसंबर 2023 में देश भर में 5जी सेवा शुरू करने की योजना बनाई है जबकि एयरटेल मार्च 2024 तक सेवा शुरू करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।