वेदांत लिमिटेड ने सितंबर तिमाही में 1,644 करोड़ रुपये के समेकित शुद्ध लाभ की जानकारी दी है जो एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 40 फीसदी कम है। उच्च कर बोझ ने कंपनी के मुनाफे में यह सेंध लगाई है।
सितंबर तिमाही में वेदांत की समेकित शुद्ध बिक्री 20,804 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले की तुलना में 4.3 फीसदी कम है। तेल एवं गैस कारोबार की गिरती मात्रा एवं कमजोर कमोडिटी कीमतों की इसमें बड़ी भूमिका रही है।
अनिल अग्रवाल की अगुआई वाली कंपनी ने समीक्षाधीन अवधि में 6,531 करोड़ रुपये की कर पूर्व आय की है जो सितंबर 2019 की तुलना में 45 फीसदी अधिक है। दरअसल कंपनी के कुल खर्च में आई 16 फीसदी की गिरावट का उसकी आय बढ़ाने में बड़ा हाथ रहा है।
कंपनी के मुख्य कार्याधिकारी सुनील दुग्गल ने इस नतीजे पर कहा कि वेदांत की प्रमुख विकास परियोजनाएं पटरी पर लौट आई हैं और पूंजी आवंटन एवं बही खाते पर जोर देकर विस्तार को भी अंजाम दिया जा रहा है। दूसरी तिमाही में मूल्य ह्रास एवं परिशोधन 1,938 करोड़ रुपये रहा जो एक साल पहले की तुलना में 19 फीसदी कम है।
