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Varun Beverages ने दक्षिण अफ्रीका में Twizza अधिग्रहण से बाजार हिस्सेदारी दोगुनी करने की तैयारी

वरुण बेवरिजेस ने दक्षिण अफ्रीका की ट्विजा कंपनी का अधिग्रहण कर अफ्रीकी सॉफ्ट ड्रिंक बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करने का कदम उठाया।

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निकिता वशिष्ठ   
Last Updated- December 23, 2025 | 7:50 AM IST

विश्लेषकों ने सोमवार को कहा कि वरुण बेवरिजेस का दक्षिण अफ्रीका की ट्विजा प्रॉपराइटरी का अधिग्रहण भारतीय पेय कंपनी के लिए सकारात्मक है और वह इससे बाजार हिस्सेदारी मजबूत कर सकती है। इसकी मदद से वह अफ्रीका के सबसे बड़े सॉफ्ट ड्रिंक बाजार में अपनी उपस्थिति बढ़ा सकेगी।

विश्लेषकों ने कहा कि अनुकूल जनसांख्यिकी और पेय पदार्थों की प्रति व्यक्ति ऊंची खपत से वृद्धि की संभावनाएं बढ़ेंगी और वे ट्विजा के अधिग्रहण से और मजबूत होंगी।

जेएम फाइनैंशियल इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के विश्लेषकों ने कहा, ‘ट्विजा का अधिग्रहण वरुण बेवरिजेस की बड़ी और आकर्षक अफ्रीकी अवसरों का लाभ उठाने की महत्त्वाकांक्षा के अनुरूप है। इस अधिग्रहण से सबसे बड़े सॉफ्ट ड्रिंक बाजार में मूल्य निर्धारण/प्रचार तीव्रता के मामले में पेय कंपनी की स्थिति मजबूत होगी और तेजी से विस्तार एवं बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने की अतिरिक्त क्षमताएं मिलेंगी।’

ब्रोकरेज ने वीबीएल के शेयर के लिए 570 रुपये के कीमत लक्ष्य के साथ ‘खरीदें’ रेटिंग बरकरार रखी है। बीएसई पर वरुण बेवरिजेस का शेयर सोमवार को 3.46 प्रतिशत बढ़कर 485.65 रुपये पर बंद हुआ। इसकी तुलना में बीएसई 100 सूचकांक में 0.72 प्रतिशत की तेजी आई।

21 दिसंबर को वरुण बेवरिजेस ने कहा कि वीबीएल बोर्ड ने दक्षिण अफ्रीका की ट्विजा प्रॉपराइटरी (ट्विजा) की 100 प्रतिशत शेयर पूंजी का दक्षिण अफ्रीका में अपनी सहायक कंपनी यानी द बेवरिजेस कंपनी प्रॉपराइटरी (बेवको) के माध्यम से अधिग्रहण करने की मंजूरी दे दी है।

यह अधिग्रहण 209.5 करोड़ जेडएआर की उद्यम वैल्यू पर किया जाएगा। 1 जेडएआर को 5.34 भारतीय रुपये के बराबर मानें तो उद्यम वैल्यू 1,118.7 करोड़ रुपये है। जेएम फाइनैंशियल के अनुसार उद्यम वैल्यू का मतलब है कि वित्त वर्ष 2025 के फाइनैंशियल के आधार पर एंटरप्राइज वैल्यू या ईवी-टू-सेल्स मल्टीपल 1.24 गुना और ईवी/परिचालन लाभ मल्टीपल 7-8 गुना है।

ब्रोकरेज एमके ग्लोबल ने 615 रुपये (पहले के 575 रुपये की तुलना में) के कीमत लक्ष्य के साथ ‘खरीदें’ रेटिंग देते हुए कहा, ‘मूल्यांकन आकर्षक है और काफी हद तक वीबीएल के ऐतिहासिक अधिग्रहणों के अनुरूप है। यह निवेशकों के लिए 5-6 गुना मूल्य सृजन अवसर (वरुण बेवरिजेस के बाजार पूंजीकरण का 3-4 प्रतिशत) प्रदान करता है।’
अपने ब्रांडेड नॉन-एल्कोहलिक बेवरेज के उत्पादन और वितरण में लगी ट्विजा केप टाउन, क्वीन्सटाउन और मिडलबर्ग में तीन विनिर्माण इकाइयों के माध्यम से संचालन करती है।

इन इकाइयों की कुल सालाना उत्पादन क्षमता लगभग 10 करोड़ पेटियां है। उसके पोर्टफोलियो में कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक्स (कुल वॉल्यूम का 98 प्रतिशत), एनर्जी ड्रिंक्स (वॉल्यूम का 0.9 प्रतिशत), और फंक्शनल ड्रिंक्स और मिक्सर (वॉल्यूम का 1.4 प्रतिशत) शामिल हैं। इस ब्रांड की साउथ अफ्रीका के साथ-साथ लेसोथो, एस्वातिनी, बोत्सवाना और नामीबिया में भी मजबूत मौजूदगी है।

विश्लेषकों का कहना है कि अफ्रीकी क्षेत्र में दक्षिण अफ्रीका सॉफ्ट ड्रिंक का सबसे बड़ा बाजार है, जिसमें उद्योग का आकार 1.25 अरब पेटी है जो भारत के बाजार का लगभग 50 फीसदी है।  हालांकि, उनका मानना है कि ट्विजा-वीबीएल भागीदारी कैलेंडर साल 2027 तक दक्षिण अफ्रीका में 20 प्रतिशत बाजार हासिल कर लेगी, जो अभी 10 फीसदी है।

First Published : December 23, 2025 | 7:50 AM IST