यूबी समूह की स्पिरिट कंपनी यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड (यूएसएल) ने स्कॉटलैंड की शराब बनाने वाली कंपनी व्हाइटी ऐंड मैके के अधिग्रहण के लिए 61 करोड़ 80 लाख डॉलर जुटाने के लिए 186 लाख शेयर गिरवी रखे हैं।
यूनाइटेड स्पिरिट्स ने मई 2007 में स्कॉटलैंड की कंपनी माल्ट ह्विस्की सहित व्हाइटी ऐंड मैके और जुरा सिंगल माल्टा ब्रांड को 82 करोड़ 70 लाख डॉलर में खरीदा था। इसके लिए लिए गए ऋण की अदायगी 2009 के मध्य से शुरू हो जाएगी।
यूएसएल का शेयर बंबई स्टॉक एक्सचेंज में 23 फीसदी गिरकर 567.95 रुपये पर बंद हुआ। यह खबर ऐसे समय आई है जब कंपनी की तीसरी तिमाही का प्रदर्शन खराब रहा था। कंपनी को मौजूदा तिमाही में 65 फीसदी का शुद्ध घाटा हुआ है।
कंपनी ने इस घाटे की वजह शराब बनाने में काम आने वाले कच्चे माल शीरे की बढ़ती कीमत को बताया है। कंपनी के एक सूत्र के मुताबिक यूनाइटेड स्पिरिट्स पर कुल कर्ज 7100 करोड़ रुपये है।
उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी की तीसरी तिमाही में खराब प्रदर्शन और मौजूदा आर्थिक संकट की वजह से कंपनी के लाभ पर दबाव बना है। कंपनी के लिए इस माहौल में कर्ज चुकाना काफी मुश्किल हो रहा है।
ऐसा भी बताया जा रहा है कि कंपनी को इस तिमाही में जो घाटा हुआ है, वह ज्यादा दिनों तक नहीं रहेगा। शीरे की कीमतों में कमी के बाद कंपनी का लाभ मार्जिन भी बढ़ जाएगा।
एक विशेषज्ञ ने बताया, ‘यूनाइटेड ब्रेवरीज, यूनाइटेड स्पिरिट्स और किंगफिशर एयरलाइंस को काफी नकदी की जरूरत है। आने वाले समय में कंपनी को बड़े संकट से गुजरना पड़ सकता है।’
अगर गिरवी रखे गए 186 लाख शेयरों की बात करें, तो उसमें से 137 लाख शेयर तो ट्रेजरी स्टॉक के हैं, जो यूनाइटेड स्पिरिट्स का कुल 14 फीसदी है।
हालांकि कंपनी के शेयर गिरवी पड़े हुए हैं, लेकिन इसके बावजूद यूनाइटेड स्पिरिट्स आशा कर रही है कि उसके अंतरराष्ट्रीय सहयोगी इसमें उसकी मदद करेगी।
इस लिहाज से कंपनी डियाजियो से भी बात कर रही है। यूबी समूह के अध्यक्ष विजय माल्या ने हाल ही में कहा था कि वह डियाजियो सहित तीन अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों से बात कर रहे हैं, ताकि 3200 करोड़ रुपये की यूनाइटेड स्पिरिट में हिस्सेदारी ली जा सके।