अगले कुछ महीने में यदि बजाज ऑटो की मांग में इजाफा न हुआ तो यह कंपनी देश की बड़ी दोपहिया निर्माता कंपनियों की सूची में तीसरे स्थान पर खिसक सकती है।
टीवीएस मोटर्स इसकी जगह लेने के लिए तेजी से आगे बढ़ रही है। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चर्स (सियाम) के मुताबिक, जबरदस्त प्रतिस्पद्र्धा के चलते बजाज ऑटो की बिक्री और विकास दर में कमी हुई है।
बीते वित्त वर्ष के अंत तक कंपनी के दोपहिया वाहनों की कुल बिक्री 23 फीसदी घटकर महज 12.8 लाख रह गई। पहले 16.7 लाख वाहनों की बिक्री हुई थी। हालांकि टीवीएस की बिक्री में कोई इजाफे की सूरत तो नहीं है लेकिन यह जरूर है कि इसकी बिक्री में महज 1.36 फीसदी की कमी ही हुई है।
टीवीएस की बिक्री अभी खत्म वित्त वर्ष में 13.6 लाख से घटकर 11.3 लाख रह गई। अब इन दोनों कंपनियों के वाहनों की कुल बिक्री का अंतर वित्त वर्ष 2007-08 के 5.27 लाख से घटकर 1.49 लाख रह गया।
विश्लेषकों का मानना है कि इन दोनों कंपनियों की प्रतिस्पर्धा में इस साल और तेजी आएगी, क्योंकि दोनों ही कंपनियों इस साल कई मॉडल लॉन्च करने वाली हैं। टीवीएस ने बिल्कुल नए प्लेटफॉर्म पर बने दोपहिए लॉन्च करने की योजना बनाई है। वहीं बजाज ऑटो मौजूदा वाहनों की बढ़ी इंजन क्षमता के वाहन लॉन्च करने की सोच रही है।
