टाटा समूह की सहायक कंपनी टाटा पावर का चालू वित्त वर्ष की दिसंबर में समाप्त तीसरी तिमाही में शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 10 प्रतिशत बढ़कर 1,188 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने मंगलवार को एक बयान में यह जानकारी दी। इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 1,076 करोड़ रुपये का एकीकृत शुद्ध लाभ कमाया था।
समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी की कुल आय भी बढ़कर 15,793 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले इसी अवधि में 15,294 करोड़ रुपये थी।
टाटा पावर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक प्रवीर सिन्हा ने कहा, ‘‘हमें पिछली 21 तिमाहियों में शुद्ध लाभ में निरंतर बढ़ोतरी दर्ज की है और हमारे सभी व्यवसाय इस वृद्धि में योगदान दे रहे हैं।”
टाटा पावर भारत की सबसे बड़ी एकीकृत बिजली कंपनियों में से एक है, जो बिजली उत्पादन, ट्रांसमिशन, और डिस्ट्रीब्यूशन के क्षेत्र में काम करती है। यह टाटा समूह की एक प्रमुख कंपनी है, जिसकी स्थापना 1919 में की गई थी। कंपनी की उपस्थिति भारत सहित कई अन्य देशों में भी है।
टाटा पावर टाटा समूह (Tata Group) की एक सहायक कंपनी है। इसमें सबसे बड़ी हिस्सेदारी टाटा संस (Tata Sons) की है, जो टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी है। इसके अलावा, कई घरेलू और विदेशी निवेशक भी कंपनी में हिस्सेदारी रखते हैं।
टाटा पावर अपनी आय मुख्य रूप से बिजली उत्पादन और डिस्ट्रीब्यूशन से अर्जित करती है। कंपनी अब पारंपरिक ऊर्जा के साथ-साथ ग्रीन एनर्जी पर भी ध्यान दे रही है।