किफायती विमानन सेवा कंपनी स्पाइसजेट ने सोमवार को ऐलान किया कि उसने वैश्विक निवेशकों और म्युचुअल फंडों से पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) के जरिये 3,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। फर्म ने कहा है कि वह अपनी दक्षता व भरोसे को लेकर अपनी साख वापस पाना चाहती है।
कंपनी ने यह भी कहा कि उसे फंडिंग के पिछले दौर से अतिरिक्त 736 करोड़ रुपये मिलेंगे, जो उसकी वित्तीय स्थिरता में सुधार और वृद्धि की योजना को सहारा देने को ध्यान में रखते हुए हो रहा है। ताजा पूंजी निवेश से फर्म की योजना अपने परिचालन को मजबूत बनाने, बेड़े का विस्तार और देश में यात्रियों की मांग के हिसाब से नेटवर्क में विस्तार करने की है।
स्पाइसजेट का शेयर सोमवार को कारोबारी सत्र के दौरान 7.45 फीसदी चढ़कर 71 रुपये पर पहुंच गया। 16 सितंबर को खुला क्यूआईपी 18 सितंबर को बंद हुआ और इसमें वैश्विक निवेशकों व म्युचुअल फंडों मसलन गोल्डमैन सैक्स (सिंगापुर), मॉर्गन स्टैनली एशिया, बीएनपी पारिबा फाइनैंशियल मार्केट्स ओडीआई, नोमूरा सिंगापुर लिमिटेडओडीआई, टाटा म्युचुअल फंड, डिस्कवरी ग्लोबल ऑपरच्युनिटी लिमिटेड आदि ने भागीदारी की।
ऑथम इन्वेस्टमेंट ऐंड इन्फ्रास्ट्रक्चर क्यूआईपी प्रक्रिया में निवेशक थी और उसने कुल इश्यू के 9.3 फीसदी के बराबर निवेश किया। इसके बाद डिस्कवरी ग्लोबल ऑपरच्युनिटी (मॉरीशस) और ट्रू कैपिटल लिमिटेड ने कुल इश्यू के आकार के क्रमश: 8.3 फीसदी व 6.7 फीसदी के बराबर निवेश कर रही है। क्यूआईपी इश्यू के बाद प्रवर्तक शेयरधारिता 47.66 फीसदी से घटकर 29.15 फीसदी रह गई। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की शेयरधारिता 9.53 फीसदी से बढ़कर 29.87 फीसदी हो गई।
बकाया पर दिवालिया अदालत ने मांगा स्पाइसजेट से जवाब
नैशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) के दिल्ली पीठ ने सोमवार को करीब 1.18 करोड़ रुपये के परिचालन बकाए पर स्पाइसजेट को नोटिस जारी किया। पीठ दिवालिया संहिता की धारा 9 के तहत स्पाइसजेट के खिलाफ याचिका की सुनवाई कर रहा था।
दिवालिया संहिता की धारा-9 परिचालक लेनदारों को एनसीएलटी में आवेदन देकर कॉरपोरेट दिवालिया समाधान प्रक्रिया की शुरुआत की इजाजत देता है। परिचालक लेनदार मेसर्स टेकजॉकी इन्फोटेक प्राइवेट लिमिटेड ने सॉफ्टवेयर सेवा के मामले में बकाया न चुकाने पर दिवालिया समाधान प्रक्रिया के लिए आवेदन किया है। विमानन कंपनी को एनसीएलटी ने सुनवाई की अगली तारीख 14 नवंबर से पहले जवाब देने को कहा है।