ऐसे समय पर जब घर से कार्य करने की आवश्यकताओं के मद्देनजर बड़े आकार वाले घरों की मांग बढ़ी है, शापूरजी पलोनजी रियल एस्टेट मुंबई क्षेत्र की अपनी आगामी परियोजनाओं में तीन बेडरूम वाले अपार्टमेंटों की संख्या घटाने पर विचार कर रही है। कंपनी ने इसकी वजह मांग को बताया है।
छह महीने पहले कंपनी अपने तीन बेडरूम वाले अपार्टमेंटों की संख्या में पांच फीसदी इजाफा करने पर विचार कर रही थी। तब कंपनी ने इसका कारण घर से काम करने के बढ़ते चलन और बड़े अपार्टमेंटों की बढ़ती मांग को बताया था। तब कंपनी के आवासीय पोर्टफोलियो का करीब 50 से 60 फीसदी दो बेडरूम वाला था और 20-25 फीसदी तीन बेडरूम का था।
शापूरजी पलोनजी रियल एस्टेट (एसपीआरई) के प्रबंध निदेशक वेंकटेश गोपालकृष्णन ने कहा, ‘हम ठाणे और मुलुंड में तीन बेडरूम वाले अपार्टमेंटों की संख्या में कमी करने जा रहे हैं।’ गोपालकृष्णन ने कहा कि देश में लंबे समय तक के लॉकडाउन के बाद सुधार होने के दूसरे चरण में तीन बेडरूम वाले अपार्टमेंटों की मांग बढ़ेगी। हालांकि, ओबेरॉय रियल्टी के चेयरमैन विकास ओबेरॉय ने कहा कि कंपनी को तीन बेडरूम वाले अपार्टमेंटों की खूब मांग नजर आ रही है।
गोपालकृष्णन ने कहा, ‘हम वित्त वर्ष 2021 में 4,000 अपार्टमेंट बेचने की योजना बना रहे हैं। हम इस लक्ष्य को प्राप्त कर लेंगे।’
ल्यूमस अल्टरनेटिव इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स के प्रबंध निदेश्क अनुरंजन मोहनोट ने कहा, ‘कोविड 19 और दूसरे अन्य कारणों से वृहत अर्थव्यवस्था में छाई मौजूदा सुस्ती ने मुंबई महानगरीय क्षेत्र में 2 करोड़ रुपये और उससे ऊपर की कीमत वाले आवासीय रियल एस्टेट खंड पर गंभीर दबाव डाला है। बहुत से डेवलपर बाजार पिरामिड के मध्य से नीचे के बड़े ग्राहक आधार को आकर्षित करने के लिए अपने उत्पाद में बदलाव कर रहे हैं।’
उन्होंने कहा कि हालांकि, बेंगलूरु, पुणे और एनसीआर जैसे दूसरे शहरों में कुछ डेवलपर घर से काम करने की संस्कृति और बेहतर जीवन स्तर को प्रमुखता देते हुए उत्पाद के आकार में इजाफा कर रहे हैं।
हालांकि, ऐसे समय पर अधिकांश डेवलपर सावधानी पूर्वक नई परियोजनाएं शुरू कर रहे हैं, वहीं एसपीआरई कुछ नई परियोजनाओं को शुरू करने पर विचार कर रही है। कंपनी, इसी महीने पुणे के ङ्क्षहजवदी में किफायती आवासीय परियोजना जॉयविले शुरू करने पर विचार कर रही है तो वहीं अगले वर्ष के जनवरी में यहां दूसरी आवासीय परियोजना शुरू कर सकती है तो फरवरी 2021 में मुंबई में आवासीय परियोजना शुरू करेगी। इस साल के दिसंबर में ठाणे, बेंगलूरु में परियोजनाओं के नए चरण शुरू करेगी तो फरवरी 2021 में पुणे के मंजरी में जॉयविले के दूसरे चरण की शुरुआत करेगी।
कंपनी अगले वर्ष फरवरी में पुणे के मंजरी में जॉयविले का दूसरा चरण शुरू करने जा रही है। जॉयविले एसपीआरई, एक्टिस, एडीबी और आईएफसी का संयुक्त उद्यम है।
गोपालकृष्णन ने कहा कि कंपनी ने जमीन ऋण के 25 फीसदी के लिए ऋण भुगतान स्थगन का सहारा लिया है और परिचालन परियोजनाओं के लिए किसी तरह का ऋणस्थगन नहीं लिया है।
