खूबसूरत समुद्री किनारों पर इस साल विदेशी पर्यटक अगर कम नजर आएं तो कोई बड़ी बात नहीं।
हाल में मुंबई पर हुए आतंकी हमले के कारण उद्योग जगत के विशेषज्ञों का मानना है कि गोवा आने वाले पर्यटकों की संख्या में 60 प्रतिशत तक की कमी देखी जा सकती है।
आतंकी हमलों के बाद गोवा में होटलों में कमरों की बुकिंग में कमी आई है और कई मामलों में तो यात्रा रद्द भी की गई है।
भारत यात्रा करने आए विदेशी सैलानियों से कंपनियों को अकेले गोवा से ही लगभग 20 प्रतिशत कमाई होती है।
ट्रैवल एवं पर्यटन संघ (गोवा) की ओर से मुहैया कराए गए आंकड़ों के अनुसार यहां हर साल दिसंबर से जनवरी तक घरेलू और विदेशी दोनों मिलाकर 2,50,000 सैलानी पहुंचते हैं और इसके लगभग 10 प्रतिशत सैलानी ही पूरे साल में गोवा आते हैं।
गोवा पहुंचने वाले लगभग 60 प्रतिशत यानी 1,50,000 सैलानी विदेशी होते हैं। मेकमाईट्रिप के उपाध्यक्ष (कारोबारी विकास) अमित सभरवाल का कहना है, ‘मंदी के कारण होटलों में कमरों की बुकिंग लगभग 30 प्रतिशत तक घट चुकी है। इन हमलों से आगे और गिरावट बढ़ेगी, लेकिन इसका असर अगले कुछ दिनों में दिखाई देगा।’
ट्रैवलगुरु के उपाध्यक्ष (कारोबारी विकास) शॉन दुबाश भी कहते हैं, ‘गोवा जाने वाली निजी चार्टर उड़ानों में पहले ही 20 प्रतिशत की गिरावट देखी जा चुकी है और इसका काफी बड़ा असर आने वाले पर्यटकों की संख्या पर पड़ेगा। हम आगे भी इसमें और 25 प्रतिशत की गिरावट देखेंगे, जिसके साथ कुल 45 प्रतिशत की गिरावट होगी।’
ट्रैवल एवं पर्यटन संघ (गोवा) के अध्यक्ष रैल्फ डीसूजा का कहना है, ‘नवंबर से अप्रैल तक हमारे पास लगभग 750 चार्टर उड़ानें थीं, जिनमें से ज्यादातर दिसंबर से जनवरी के महीनों में थी। हम पहले ही चार्टर उड़ानों में 10 से 15 प्रतिशत की गिरावट देख चुके हैं। लेकिन मैं कुछ नहीं कह सकता कि मुंबई हमलों का क्या असर होगा।’