दागदार दामन वाली सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज से दूर भागने वाले कॉर्पोरेट जगत में से कुछेक कदम अब उसके नजदीक आने लगे हैं। दरअसल सत्यम को खरीदार मिलने लगे हैं।
कंपनी के नए निदेशक मंडल के मुताबिक देश-विदेश की कुछ कंपनियां अब उसे खरीदने की पेशकश कर रही हैं। इतना ही नहीं, नकदी के मामले में भी बैंक अब उस पर मेहरबान होते दिख रहे हैं।
निदेशक मंडल के सदस्य तरुण दास ने बताया, ‘मैं बस इतना ही कह सकता हूं कि कुछ खरीदारों ने हमसे बात की है।’ लेकिन इसकी राह में नकदी का टोटा आड़े आ रहा है, जिसके लिए कंपनी अब सरकारी गारंटी की मांग करने जा रही है।
निदेशक मंडल इस मसले पर जल्द ही विचार करेगा। दास ने बताया कि देश-विदेश में अपने 50 हजार से भी ज्यादा कर्मचारियों को तनख्वाह देने और दूसरे खर्च के लिए कंपनी को नकद की फौरी जरूरत है।
इन मसलों पर कंपनी 22 और 23 जनवरी की बैठक में विचार करेगी। उसमें नए मुख्य कार्य अधिकारी और मुख्य वित्तीय अधिकारी की नियुक्ति का मसला भी जोर पकड़ेगा।