वाणिज्यिक वाहन बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी टाटा मोटर्स ने ब्रिज लोन चुकाने के लिए 3 अरब डॉलर जुटाने की अपनी योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
कंपनी ने जैगुआर और लैंड रोवर जैसे ब्रांडों के अधिग्रहण के लिए पिछले साल जून में ब्रिज लोन लिया था और इस साल जून में इस कर्ज का भुगतान करना है। पहले तो कंपनी ने अपनी कुछ हिस्सेदारी बेचकर मोटी रकम जुटाने की योजना बनाई थी लेकिन अब कंपनी ने अपने बैंकरों के पास 2 अरब डॉलर का रीफाइनैंस करने के लिए मसौदा भेजा है।
इस मामले में टाटा मोटर्स के प्रवक्ता का कहना है, ‘हम हर तरह की संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं और बाजार के हालात के मुताबिक ही कोई फैसला लेंगे।’ कंपनी 1 अरब डॉलर के ब्रिज लोन का पहले ही भुगतान कर चुकी है। इसके लिए राइट इश्यू से लेकर टाटा स्टील और टाटा टेलीसर्विसेज जैसी समूह की कंपनियों की कुछ हिस्सेदारी को समूह की दूसरी कंपनियों को बेचा गया है।
हालांकि कंपनी बाकी रकम का बंदोबस्त अप्रैल तक करने में नाकामयाब रही है और इसकी वजह विदेशी बाजारों की हालत को बताया जा रहा है। कंपनी की अंतिम सालाना रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी ने ऑटोमोबाइल कॉर्पोरेशन ऑफ गोआ, टाटा स्टील और टाटा स्टील सीसीपीएस जैसी समूह की दूसरी सूचीबद्ध कंपनियों में निवेश किया हुआ है।
इसके अलावा कंपनी ने विदेशी बाजारों के जरिये जो 50 से 60 करोड़ डॉलर की रकम जुटाने की योजना बनाई थी वह भी परवान नहीं चढ़ सकी। टाटा मोटर्स के प्रवक्ता का कहना है, ‘टाटा मोटर्स बाकी बची 2 अरब डॉलर की रकम के लिए बैकों से रीफाइनैंसिंग के लिए बात कर रही है।’
कंपनी ने जो 3 अरब डॉलर का ब्रिज लोन लिया था उसमें से ज्यादा हिस्सा सिटीग्रुप और जे पी मॉर्गन ने दिया था। इसके अलावा भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), स्टैंडर्ड चार्टर्ड, बीएनपी परिबास और टोक्यो मित्सुबिशी यूएफएच जैसे बैंकों की भी इसमें भागीदारी थी।
इस मामले से जुड़े एक बैंकर का कहना है, ‘रीफाइनैंसिंग के मुद्दे पर अंतिम सहमति बनने में कम से कम 4 से 6 हफ्तों को वक्त लगेगा। फिलहाल बैंक कर्ज की शर्तें तय करने पर दोबारा बातचीत कर रहे हैं।’
टाटा मोटर्स ने पिछले साल ब्रिज लोन लिया था। इसके लिए कंपनी ने लंदन के इंटरबैंक ओवनाइट रेट (एलआईबीओआर) की बेंचमार्क दर से भी एक फीसदी ज्यादा ब्याज पर यह पैसा उठाया। फिलहाल नकदी के संकट के दौर में इस तरह के कर्ज बेंचमार्क दर से भी 4 फीसदी ऊंचे मिल रहे हैं।
जेएलआर ब्रिज लोन पर बदली रणनीति
ब्रिज लोन चुकाने के लिए बाजार से पैसा जुटाने को ठंडे बस्ते में डाला टाटा मोटर्स ने
एक अरब डॉलर का लोन अदा कर चुकी है कंपनी
बचे 2 अरब डॉलर के लिए अपने ही बैंकरों से रीफाइनैंसिंग की राह पकड़ने की तैयारी
इस साल जून तक चुकाना है यह कर्ज
