केके मोदी परिवार के विवाद में एक नए मोड़ के तहत रुचिर मोदी ने आज नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) को पत्र लिखकर आरोप लगाया है कि गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के रूप में उनकी दादी बीना मोदी की नियुक्ति गलत तरीके से और वैधानिक प्रावधानों एवं कंपनी प्रशासन संबंधी सिद्धांतों का उल्लंघन करते हुए की गई थी।
रुचिर मोदी गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया द्वारा 10 नवंबर को स्टॉक एक्सचेंजों को लिखे गए पत्र का जवाब दे रहे थे जिसमें कल आयोजित बोर्ड बैठक के नतीजों के बारे में जानकारी दी गई थी। ललित मोदी के पुत्र रुचिर मोदी इस तंबाकू कंपनी के एक गैर-स्वतंत्र निदेशक हैं।
गॉडफ्रे फिलिप्स इंडिया ने स्टॉक एक्सचेंज को लिखे अपने पत्र में कहा है कि बीना मोदी की नियुक्ति को वैध न होने संबंधी रुचिर मोदी द्वारा लगाए गए आरोप गलत, प्रेरित और आधारहीन हैं। दूसरा, कंपनी प्रशासन के उल्लंघन का आरोप बेबुनियाद, तथ्य से रहित और स्पष्ट तौर पर प्रेरित है।
हालांकि रुचिर मोदी ने दोहराया है कि सेबी के नियमों के तहत कंपनी के निदेशक मंडल कथित रूप तौर पर कुछ तथ्यों का खुलासा करने में विफल रहा है। उन्होंने उल्लेख किया कि बीना मोदी के नेतृत्व में कंपनी में कुप्रबंधन और कंपनी प्रशासन नियमों के गंभीर उल्लंघन हुए हैं जो कंपनी कानून तहत अपराध की श्रेणी में आते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह इस संबंध में कंपनी मामलों के मंत्रालय से शिकायत पहले ही कर चुके हैं जिसमें मामले की जांच एसएफआईओ द्वारा कराए जाने की मांग की गई है।
रुचिर मोदी ने कंपनी सचिव संजय गुप्ता की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए कहा है कि उन्होंने कंपनी अधिनियम एवं अन्य नियमों के विभिन्न प्रावधानों का उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत इंस्टीट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेटरीज ऑफ इंडिया से भी की गई है।
