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हिट होगा आईपीएल चौका!

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बीएस संवाददाता
Last Updated- December 11, 2022 | 12:36 AM IST

इस बार भारत में क्रिकेट के मैदानों पर चीयर लीडर्स के साथ संगीत की धुनों पर थिरकने का मौका क्रिकेट के दीवानों को नहीं मिलने जा रहा है।
आईपीएल मैच दक्षिण अफ्रीका में होने का गम क्रिकेट प्रशंसकों को ही नहीं है बल्कि इसकी वजह से फ्रैंचाइजी के साथ प्रायोजकों और प्रसारकों की मुश्किलें भी बढ़ चुकी हैं। फ्रैंचाइजी की लागत खर्च में इजाफा हो रहा है और उम्मीद के मुताबिक प्रायोजकों का सहारा भी नहीं मिल रहा है। अभी तक बातचीत के दौर जारी हैं।
लेकिन मुद्रा मैक्स के पूर्व अध्यक्ष चंद्रदीप मित्रा का कहना है, ‘टेलीविजन पर मैच देखने वाले दर्शकों की तादाद में कोई कमी नहीं आएगी। इससे विज्ञापनदाताओं को भी दिक्कत नहीं आनी चाहिए। लेकिन यह तय है कि मैच दक्षिण अफ्रीका में होने से स्थानीय प्रायोजकों और उनसे मिलने वाले विज्ञापनों में कमी आएगी। ऐसा लग रहा है कि टिकटों की बिक्री भी कम ही होगी।’
चुनौतियां हैं राह में
फ्रैंचाइजी ने देश में मैच होने की मद्देनजर पूरी तैयारी की थी लेकिन मैच रद्द होने से सारी तैयारियों पर पानी फिर गया। दूसरी ओर फ्रैंचाइजी को अपनी टीम के लिए ज्यादा प्रायोजकों को ढूंढने के साथ ही दर्शकों की तादाद बढ़ाने की चुनौती का सामना भी करना पड़ रहा है ताकि ज्यादा से ज्यादा कमाई हो सके।
दक्षिण अफ्रीका में स्थानीय दर्शकों की कमी से टिकटों की कम बिक्री का नुकसान तो होगा ही, प्रसारकों को भी नहीं लगता कि उन्हें उम्मीद के मुताबिक विज्ञापन मिल जाएंगे। इंडिया मीडिया एक्सचेंज की प्रमुख मोना जैन का कहना है कि इस बार मीडिया कवरेज उतना ज्यादा नहीं हो पाएगा जितना पिछले साल हुआ था। वैसे इस साल 9 एसोसिएट प्रायोजक हैं।
खेल के मैदान में प्रायोजकों से होने वाली कमाई में लगभग 50 करोड़ रुपये नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है। फ्रैंचाइजी को स्थानीय प्रायोजनों के जरिए होने वाली कमाई पर फर्क पड़ने वाला है। कयास ऐसे भी हैं कि कई प्रायोजकों ने फ्रैंचाइजी से अपना नाता तोड़ लिया है।
हालांकि दिल्ली डेयरडेविल्स टीम की कमान संभालने वाले जीएमआर के सहायक प्रबंधक (मार्केटिंग ऐंड सेल्स) नवनीत गणपति का कहना है,’ हीरो होंडा हमारी टीम की मुख्य प्रायोजक है। इसके अलावा 6-7 प्रायोजकों से बातचीत चल रही है। हमारे सामने फिलहाल क्रिकेट प्रेमियों के आधार को बढ़ाने की चुनौती है।’ गणपति मानते हैं कि स्थान बदलने से कमाई में खास फर्क नहीं पड़ेगा।
उनका कहना है कि जीएमआर की मीडिया पार्टनर फीवर 104, सीएनएन-आईबीएन और एसएमएस गु्रप के लिए एसएमएस गपशप और दक्षिण अफ्रीका में मशहूर मिग 33 के साथ गठजोड़ किया गया है। किंगफिशर, कोकाकोला, एडिडास के साथ भी समझौता हुआ है।
दूसरी ओर राजस्थान रॉयल्स के एक अधिकारी का कहना है कि विज्ञापनों और प्रसारकों के लिहाज से पिछली बार की विजेता टीम होने का फायदा इसे जरू र मिलेगा। इस टीम के लिए 9 प्रायोजक हैं जिसमें अल्ट्राटेक मुख्य प्रायोजक है इसके अलावा पेप्सी, किंगफिशर, प्यूमा, रियल टेलीविजन, टीसीएस भी प्रायोजकों की कतार में हैं।
कैसी है तैयारी
पिछले साल कमाई के लिहाज से कोलकाता नाइट राइडर्स और राजस्थान रॉयल्स का प्रदर्शन बेहतर था। इस बार राजस्थान रॉयल्स ने दक्षिण अफ्रीका के नाशुआ केप कोबराज और वेस्टर्न प्रोविंस क्रिकेट एसोसिएशन के साथ रणनीतिक साझीदारी की है।
राजस्थान रॉयल्स के उपाध्यक्ष रंजीत बड़ठाकुर का कहना है, ‘हम दक्षिण अफ्रीका में मैच खेलने जरूर जा रहे हैं लेकिन वहां भी लोगों को राजस्थान के जज्बे का रोमांच अनुभव करने का मौका मिलेगा।’ किंग्स 11 पंजाब को 9 प्रायोजकों का सहारा मिला है। इस टीम की टाइटल स्पॉन्सर का जिम्मा तीन साल के लिए दुबई की ग्लोबल एयरलाइन को मिला है। इसके अलावा गल्फ ऑयल, निम्बूज, नेटलिंकब्लू, रिबॉक, रॉयल चैलेंज, डाबर ग्लूकोज भी प्रायोजक की भूमिका में हैं।
पिछले साल कोलकाता नाइट राइडर्स ने ही लगभग 25-30 करोड़ रुपये, टीम की स्पॉन्सरशिप और स्टेडियम में विज्ञापनों के जरिए बनाए थे लेकिन इस बार यह मुमकिन होता दिखाई नहीं दे रहा है। फ्रैंचाइजी की कमाई में टिकट की बिक्री का 15-20 फीसदी तक हिस्सा होता है। अब यह देखना बाकी है कि दक्षिण अफ्रीका के स्टेडियम में दर्शकों की तादाद कितनी रहेगी।
टाइटल स्पॉसरशिप के लिए डीएलएफ ने 200 करोड़ रुपये की बोली लगाई थी और यह अधिकार उसे पांच सालों के लिए दिया गया है। हालांकि डीएलएफ को मैच देश से बाहर होने से ज्यादा परेशानी नहीं है। डीएलएफ आईपीएल के 59 मैचों के लिए किंगफिशर एयरलाइन्स थर्ड एंपायर के फैसलों की प्रायोजक बनी है। इसके तहत किंगफिशर एंपायर की डे्रस पर अपने ब्रांड का प्रचार करेगी। इसके लिए 106 करोड़ रुपये की डील हुई है।
इस बार खिलाड़ियों के लिए बीमा राशि के साथ ही मैचों के लिए देय प्रीमियम में भी इजाफा हो गया है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को आतंकवाद पुनर्बीमा दर में 7-8 फीसदी बढ़ोतरी के मद्देनजर ज्यादा प्रीमियम चुकाना पड़ेगा। आईपीएल की बीमर्ाकत्ता कंपनी ओरिएंटल इंश्योरेंस ने बीसीसीआई को पुनर्बीमा दर में बढ़ोतरी के बारे में भी कहा है।
लागत ज्यादा, मुनाफा कम
आईपीएल टीम मालिकों को टिकट की कीमतों में कटौती करनी पड़ सकती है। प्रायोजकों को अपने खर्च में भी कटौती करनी पड़ सकती है क्योंकि उन्हें यह मालूम है कि लोग महंगे टिकट खरीद कर स्टेडियम में देखने नहीं जाएंगे।
इसी वजह से दक्षिण अफ्रीका के दर्शकों के लिए टिकट के दाम कम ही रखे गए हैं। इस वक्त आईपीएल टीम मालिकों को 400 करोड़ रुपये अपनी टीम पर खर्च करने पड़ रहे हैं। उनकी कमाई का जरिया खिलाड़ियों के कपड़ों के प्रायोजक, स्टेडियम में विज्ञापनों के अधिकार और टिकट की बिक्री से ही होती है।
अगर इनमें से किसी में भी कमी होती है तो आईपीएल टीम के मालिकों को खर्च में कटौती करनी होगी या कमाई के दूसरे रास्ते अख्तियार करने होंगे। दिल्ली डेयरडेविल्स टीम के खिलाड़ी अमित मिश्रा का कहना है कि दक्षिण अफ्रीका में मैच होने से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है।
उनका कहना है कि ट्रायल मैच के दौरान दर्शकों के उत्साह को देखते हुए मुझे लगता है कि आईपीएल-2 को भी दर्शकों का पूरा प्यार मिलेगा। आईपीएल ने खिलाड़ियों को प्रदर्शन के आधार पर बोनस देने का वादा किया है।
अमित मिश्रा ऐसा मानते हैं कि आईपीएल-2 के लिए खर्च भी ज्यादा किया जा रहा है और उन्हें उम्मीद है कि आईपीएल-2 भी हिट रहेगा। फिक्की केपीएमजी रिर्पोट की मानें तो आईपीएल के जरिए 1,190 करोड़ रुपये कमाई करने की उम्मीद की गई थी जिसमें से टीवी विज्ञापन के जरिए 650 करोड़, प्रायोजकों के जरिए 290 करोड़ और स्टेडियम विज्ञापनों के जरिए 80 करोड़ रुपए हर साल आते हैं।

First Published : April 15, 2009 | 6:16 PM IST