भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) ने गुरुवार को उन इन्फ्लूएंसरों की सूची वाली एक रिपोर्ट जारी की जो निगरानी संस्था द्वारा गत वर्ष जारी दिशानिर्देशों का पालन करने में नाकाम रहे हैं। सूची में रणवीर सिंह, उर्वशी रौतेला और जैकलीन फर्नांडिस जैसे नाम शामिल हैं। एएससीआई ने 27 मई, 2021 को इन्फ्लूएंसर आधारित विज्ञापन के लिए दिशानिर्देश जारी किए थे ताकि सोशल मीडिया पर इन्फ्लूएंसरों द्वारा किए जाने वाले ब्रांड प्रमोशन को लेकर पारदर्शिता सुनिश्चित की जा सके। ये नियम 14 जून को प्रभावी हुए और यह रिपोर्ट एएससीआई की जुलाई से दिसंबर 2021 तक की निगरानी पर आधारित है।
रिपोर्ट के अनुसार जो प्रमुख उल्लंघन देखे गए वे हैं: स्पष्टीकरण की अनुपस्थिति, उनकी अनिरंतरता (मसलन संभव है इंस्टाग्राम पर पहली स्टोरी में स्पष्टीकरण हो लेकिन उसके बाद की स्टोरी में ऐसा न हो) और स्पष्टीकरण को गलत स्थान पर देना (मसलन स्पष्टीकरण को इस प्रकार न दिया जाना जिससे दर्शक उसे आसानी से देख सकें)।
रिपोर्ट में ब्रांड और इन्फ्लूएंसरों द्वारा दिशानिर्देशों के उल्लंघन की 28 घटनाओं का जिक्र किया गया। रणवीर सिंह पारंपरिक पोशाक के ब्रांड मान्यवर का प्रचार कर रहे थे जबकि उर्वशी आभूषण डिजाइनर रेणु मंजूनाथ का तथा, जैकलीन कलरबार कॉस्मेटिक्स का प्रचार कर रही थीं। सिंह के इंस्टाग्राम पर 3.82 करोड़ फॉलोअर हैं। उर्वशी के 4.53 करोड़ और जैकलीन के 5.77 करोड़ फॉलोअर हैं।
सेलेब्रिटी स्टाइलिस्ट और लक्जरी सलाहकार सोनम बबानी ने पांच बार उल्लंघन किए। ब्रांड की बात करें तो नायिका ई रिटेल ने तीन बार उल्लंघन किया।
एएससीआई ने कहा कि बीते छह माह में उसने इन्फ्लूएंसर हैंडल्स के करीब 5,000 पोस्ट, स्टोरीज तथा फीड पर नजर डाली और 719 ऐसी पोस्ट निपटाईं जो प्रथम दृष्टया दिशानिर्देशों का उल्लंघन करती प्रतीत हो रही थीं। कुल निपटाई गई शिकायतों में से 21 फीसदी उपभोक्ताओं की ओर से आई थीं जबकि शेष को एएससीआई की कृत्रिम मेधा आधारित निगरानी के जरिये छांटा गया। उपभोक्ताओं की शिकायतों में से अधिकांश का संबंध इंस्टाग्राम फीड और स्टोरी से था। 577 मामलों यानी 80 फीसदी अवसरों पर इन्फ्लूएंसरों ने स्वेच्छा से अपनी पोस्ट सुधार ली या उसे हटा लिया। शेष 142 शिकायतों में से 121 को एएससीआई उपभोक्ता शिकायत परिषद ने बरकरार रखा और इन्फ्लूएंसरों से कहा गया कि वे अपनी पोस्ट हटाएं या उसे संशोधित करें। एएससीआई ने यह भी कहा कि 86 प्रतिशत मामलों में उसकी अनुशंसाओं का पालन किया गया।