उद्योग

Wheat Production: गेहूं का उत्पादन 3% बढ़ने का अनुमान

Wheat Production: रोलर फ्लोर मिलर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित एक सर्वे में यह बात सामने आई है। यह सर्वे देश के 9 राज्यों के 84 जिलों में एग्रीवाच द्वारा किया गया है।

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संजीब मुखर्जी   
Last Updated- April 08, 2024 | 11:09 PM IST

भारत में 1 अप्रैल से शुरू मौजूदा फसल विपणन वर्ष 2024-25 में गेहूं का उत्पादन पिछले साल के 1,057.9 लाख टन से 3 फीसदी अधिक होने की संभावना है। रोलर फ्लोर मिलर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित एक सर्वे में यह बात सामने आई है। यह सर्वे देश के 9 राज्यों के 84 जिलों में एग्रीवाच द्वारा किया गया है।

फ्लोर मिलर्स का अनुमान केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए अनुमान से अलग है। केंद्र के अनुमान के मुताबिक 2024-25 विपणन वर्ष में गेहूं का उत्पादन 1,120.4 लाख टन हो सकता है, जो पिछले साल से 1.39 फीसदी अधिक होगा। फ्लोर मिलर्स के सर्वे में कहा गया है कि फसल की कुल बोआई पिछले साल से 1 फीसदी बढ़ी है, वहीं बेहतर फसल के कारण औसत उत्पादकता करीब 2 फीसदी बढ़ी है।

सर्वे में पाया गया है कि गेहूं के प्रमुख उत्पादक राज्यों महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात में रकबा कम हुआ है, लेकिन हरियाणा और उत्तर प्रदेश में ज्यादा क्षेत्रफल में बोआई हुई है हालांकि सूत्रों का कहना है कि 2024-25 में सरकार के गेहूं खरीद अभियान की तेज शुरुआत होगी क्योंकि नए सत्र के पहले कुछ दिनों में भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) करीब 10 लाख टन गेहूं खरीदने जा रहा है, जो पिछले साल करीब 7 लाख टन था।

भारत ने 310 से 320 लाख टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य रखा है, जो पिछले साल हुई 260 लाख टन खरीद से उल्लेखनीय रूप से अधिक होगी। इस साल गोदामों में भंडारण बढ़ाने के लिए ज्यादा खरीद जरूरी है, क्योंकि पिछले कुछ साल से कम खरीदारी के कारण गेहूं का भंडार कई साल के निचले स्तर पर है। बीते वर्षों में किसानों ने सरकार से ज्यादा कीमत मिलने के कारण निजी खरीदारों को गेहूं की बिक्री की है।

First Published : April 8, 2024 | 9:44 PM IST