हैदराबाद स्थित एकीकृत शोध सेवा प्रदाता कंपनी जीवीके बॉयोसाइंसेज (जीवीके बॉयो) ने चीन की एक्सेल फार्मास्टडीज (एक्सेल) के साथ हाथ मिला लिया है।
इस समझौते के तहत दोनों कंपनियां एशिया में क्लिनिकल परीक्षण की सुविधा देंगी। जीवीके बॉयो के मुताबिक इस समझौते से दोनों कंपनियों के लिए अपनी वैज्ञानिक क्षमता में इजाफे के नए रास्ते खुल जाएंगे। साथ ही, नए टैलेंट और संसाधनों को पनपने का मौका मिलेगा।
इसके अलावा, बाहर की कंपनियां भारत और चीन में सस्ते में काम करवा पाएंगी। इस नए समझौते के तहत दोनों कंपनियां, प्रायोजकों को फेज 2 से लेकर फेज 4 तक के क्लिनिकल ट्रायल को करने और उनका प्रबंधन करने का मौका देंगी। साथ ही, ये कंपनियां उन्हें विश्लेषण और मेडिकल राइटिंग का भी मौका देंगी।
भारत में एक्सेल को ट्रायल करने में जीवीके बॉयो मदद करेगी। वहीं चीन में जीवीके बॉयो को ट्रायल करने में एक्सेल मदद करेगी। जीवीके बॉयो के अध्यक्ष मणि कांतिपुडी का कहना है कि, ‘यह किसी भारतीय सीआरओ और चीन के सीआरओ के बीच पहला समझौता है। इससे भारत और चीन में हमें अपनी सेवाओं को एकीकृत करने में मदद मिलेगी। साथ ही, हमारे ग्राहकों के लिए भी एक ही जगह पर सारी सुविधाएं मिल जाएंगी।’
