सरकारी कंपनी गेल (इंडिया) का समेकित शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 8.5 फीसदी घटकर 1,068.16 करोड़ रुपये रह गया जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 1,167.58 करोड़ रुपये रहा था। तिमाही के दौरान कंपनी का परिचालन राजस्व 24.3 फीसदी घटकर 13,809.86 करोड़ रुपये रह गया जो एक साल पहले की समान अवधि में 18,249.90 करोड़ रुपये रहा था।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि दूसरी तिमाही के दौरान भौतिक एवं वित्तीय दोनों मोर्चे पर कंपनी का प्रदर्शन सभी प्रमुख क्षेत्रों में बेहतर हुआ। पहली तिमाही में कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन में ढील दिए जाने के बाद आर्थिक गतिविधियां सुचारु हुईं। इससे सभी श्रेणियों में कंपनी की मात्रात्मक बिक्री दूसरी तिमाही के दौरान सामान्य स्तर तक पहुंच गई। प्राकृतिक गैस पारेषण के मोर्चे पर पिछली तिमाही के मुकाबले भौतिक प्रदर्शन में 18 फीसदी का सुधार हुआ जबकि गैस विपणन में 9 फीसदी, एलपीजी पारेषण में 10 फीसदी, पेट्रोकेमिकल बिक्री में 22 फीसदी और तरल हाइड्रोकार्बन बिक्री में 12 फीसदी की वृद्धि हुई। गेल के पेट्रोकेमिकल कारोबार में उल्लेखनीय बदलाव दिखा। तिमाही के दौरान कंपनी के संयंत्र का परिचालन 65 फीसदी सुधार के साथ सामान्य स्तर पर लौट आया। तिमाही के दौरान इस संयंत्र का परिचालन स्तर 221 टीएमटी रहा जो पहली तिमाही में 134 टीएमटी रहा था। बेहतर प्रदर्शन और मूल्य प्राप्तियों के कारण चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में इस श्रेणी की लाभप्रदता 170 करोड़ रुपये तक पहुंच गई। कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मनोज जैन ने कहा कि कंपनी के संयंत्रों और पाइपलाइनों का प्रदर्शन कोविड से पहले के स्तर तक लौट चुका है।
हिंडाल्को इंडस्ट्रीज को शुद्ध लाभ
हिंडाल्को इंडस्ट्रीज ने सितंबर तिमाही में 387 करोड़ रुपये का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया है जो पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 60 प्रतिशत कम है, क्योंकि एलरिज लिवाजपोर्ट की बिक्री से राजस्व को एक दफा नुकसान हुआ था। इस तिमाही के दौरान आदित्य बिड़ला समूह की इस कंपनी की समेकित शुद्ध बिक्री 31,237 करोड़ रुपये रही जो पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 5.3 प्रतिशत अधिक है, क्योंकि नोवेलिस की खेपों और घरेलू एल्युमीनियम कारोबार का प्रदर्शन जोरदार रहा है। वित्त वर्ष 21 की दूसरी तिमाही के दौरान एल्युमीनियम धातु की बिक्री 3,03,000 टन रही जो लगातार स्थिर रही।
एमऐंडएम का शुद्ध लाभ 88 फीसदी घटा
महिंद्रा व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग (एमवीएमएल) समेत महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (एमऐंडएम) का शुद्ध लाभ सितंबर में समाप्त होने वाली तिमाही के दौरान पिछली तिमाही के मुकाबले 88 प्रतिशत लुढ़क गया है। वाहन खंड में तीव्र संकुचन से कमाई पर दबाव बनने के कारण ऐसा हुआ है। महिंद्रा ऐंड महिंद्रा ने स्टॉक एक्सचेंज को दी एक सूचना में यह जानकारी दी है। हालांकि ट्रैक्टरों की दमदार बिक्री से वाहन खंड की कम बिक्री को सहारा मिला है। ट्रैक्टर बाजार की इस अग्रणी कंपनी का शुद्ध लाभ सितंबर तक तीन महीने के दौरान घटकर 162 करोड़ रुपये रह गया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 1,355 करोड़ रुपये था। एमऐंडएम के सीएफओ (समूह) और उप प्रबंध निदेशक अनीश शाह ने कहा कि चूंकि कंपनी अपनी अंतरराष्ट्रीय सहायक कंपनियों के प्रदर्शन की समीक्षा कर रही है, इसलिए अगली तिमाही और इसके बाद की तिमाही में कुछ और नुकसान होगा, लेकिन 31 मार्च के आगे चलकर कोई नुकसान नहीं होगा। बीएस
डालमिया भारत शुगर का मुनाफा बढ़ा
डालमिया भारत शुगर ऐंड इंडस्ट्रीज का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 11 फीसदी बढ़कर 55.55 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। कंपनी ने अपने विस्तार कार्यों पर 400 करोड़ रुपये का निवेश करने की घोषणा की है। भाषा