रिटेल कंपनी सुभिक्षा ट्रेडिंग सर्विसेज का दावा है कि वह अगले 90 दिन में वेतन समेत मौजूदा सारी समस्याओं का समाधान ढूंढ लेगी। कंपनी इसके लिए सीडीआर (कॉरपोरेट डेब्ट रिस्ट्रक्चरिंग) लोन के जरिए 300 करोड़ रुपये जुटाने में लगी है।
यही नहीं बकाया वेतन चुकता करने के लिए कंपनी और 15 करोड़ रुपये इकट्ठा कर रही है। कंपनी के प्रबंध निदेशक आर सुब्रमण्यन ने ई-मेल के जरिए यह बात बताई। उन्होंने दावा किया कि अगले तीन महीने में सारी समस्याओं को सुलझा लिया जाएगा।
उनके मुताबिक, प्रस्तावित 300 करोड़ रुपये का लोन कारोबार को पटरी पर लाने के लिए और अन्य 15 करोड़ रुपये वेतन बकाया चुकता करने के लिए लिया जा रहा है। सुब्रमण्यम के मुताबिक, सुभिक्षा में करीब 15,000 कर्मचारी हैं, लेकिन अभी इनमें से महज 500 कर्मचारी ही काम पर हैं।
कंपनी के बाकी कर्मचारियों को बिना वेतन छुट्टी पर जाना पड़ा है। बहरहाल कंपनी को एक और झटका तब लगा जब उसके निदेशक मंडल में से तीन निदेशकों ने इस्तीफा दे दिया। ये तीन निदेशक रामा बिजापुरकर, कण्णन श्रीनिवासन और एसबी माथुर हैं।
सुब्रमण्यन ने भी निदेशकों के कंपनी छोड़ने की पुष्टि की है। कर्मचारियों को प्रोविडेंट फंड का भुगतान न करने के मामले में इन्हें चेन्नई में इम्पलाइज प्रोविडेंट फंड ऑफिस में पेश होना है।
