देश के विभिन्न शहरों में पाइप से प्राकृतिक गैस वितरित करने की परियोजना के पहले चरण के ठेके किन-किन कंपनियों को मिलेंगे, इसका फैसला 15 मार्च को होगा। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस नियामक बोर्ड (पीएनजीआरबी) इसी दिन इसके लिए हो रही नीलामी का परिणाम घोषित करेगी।
बोर्ड ने नीलामी के अब तक करीब 30 से अधिक दस्तावेज बेच डाले हैं। बोली जमा करने की अंतिम तिथि बोर्ड ने 3 मार्च 2009 रखी है। पहले चरण में जिन शहरों के लिए ठेके आवंटित होने हैं, उनमें काकीनाड़ा, मथुरा, भोपाल, सोनीपत, गाजियाबाद, शहडोल और कोटा हैं।
इन शहरों के लिए अब तक जिन कंपनियों ने अपनी रुचि जाहिर की है, उनमें गेल, गुजरात गैस, ग्रेट इस्टर्न इनर्जी कंपनी और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड शामिल हैं।
बोर्ड के मुताबिक, गैस वितरण की चुनौतियां प्राथमिकता सूची में उर्वरक और ऊर्जा के बाद तीसरे नंबर पर आती हैं। निश्चित तौर पर यह काफी संवेदनशील काम है। पीएनजीआरबी ने इस लिए पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय को पत्र लिखा है।
पत्र में सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (सीजीडी) परियोजना के तहत प्रतिदिन 50 लाख घनमीटर का वितरण सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
पीएनजीआरबी के अध्यक्ष एल. मानसिंह ने बताया, ”नीलामी के तीन महीने के भीतर बोली जीतने वाली कंपनी को गैस आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पक्का समझौता करना होगा। पहले से मौजूद कंपनियां जहां अपनी उपस्थिति बनाए रखने की कोशिश करेंगे, वहीं नए प्रतिस्पर्द्धी को लेकर हम चिंतित हैं।”
बोर्ड ने इसलिए सरकार से गैस आवंटन के दिशानिर्देश इस तरह तय करने का अनुरोध किया है कि किसी कंपनी के लिए यदि गैस की कमी हो जाए तो अगले सीजन में उसे इसकी आपूर्ति हो सके। इतना ही नहीं, उसने सरकार से गैस की निश्चित मात्रा की आपूर्ति सुनिश्चित करने को कहा है।
