सरकारी कंपनी कोल इंडिया का लाभ सितंबर तिमाही में 16.2 फीसदी घट गया। कंपनी ने इस अवधि में 2,951 करोड़ रुपये का कर पूर्व लाभ अर्जित किया। सितंबर में समाप्त छह महीने की अवधि में कंपनी का कर पूर्व लाभ 38.3 फीसदी घटकर 5,029 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 8,152 करोड़ रुपये रहा था।
कंपनी का एकीकृत परिचालन राजस्व सालाना आधार पर 3.78 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 21,153.07 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस अवधि में कुल आय 1 फीसदी की मामूली बढ़ोतरी के साथ 22,237 करोड़ रुपये रही।
कंपनी ने कहा कि कोयले का उत्पादन सालाना आधार पर 10.56 फीसदी बढ़कर सितंबर तिमाही में 11.49 करोड़ टन रहा। इस अवधि में कुल उठाव 9.41 फीसदी बढ़कर 13.39 करोड़ टन रहा। कोविड के कारण हुए लॉकडाउन की अवधि में कोयले की कम मांग के बावजूद ऐसा हुआ। कंपनी हालांकि बिजली उत्पादक कंपनियों के पास सितंबर तक 22,126 करोड़ रुपये के बकाए से जूझ रही है।
कंपनी ने ईधन आपूर्ति समझौते से 15,269 करोड़ रुपये और ई-नीलामी से 3,213 करोड़ रुपये हासिल किए। प्रति टन कुल कीमत इस अवधि में 1,416 रुपये हासिल हुई।
कंपनी के निदेशक मंडल ने अंतरिम लाभांश को मंजूरी दी है। एक्सचेंज को भेजी सूचना में कहा गया है, बुधवार को हुई निदेशक मंडल की बैठक में 7.5 रुपये प्रति शेयर के अंतरिम लाभांश को मंजूरी दी गई। इस मामले में रिकॉर्ड तारीख 20 नवंबर रखी गई है।
