मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) ने आंध्र प्रदेश के अपतटीय गहरे समुद्र स्थित कृष्णा-गोदावरी बेसिन से प्राकृतिक गैस का उत्पादन शुरू कर देश के ऊर्जा क्षेत्र के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया है।
करीब 44,175 करोड़ रुपये की इस परियोजना से देश में प्राकृतिक गैस का उत्पादन दोगुना होने की उम्मीद है। कंपनी ने सरकार से अनुमति मिलने के महज 6 वर्ष में यह उपलब्धि हासिल की, जबकि जानकारों का कहना है कि इस तरह की परियोजना को शुरू करने में कम से कम 8-9 साल का वक्त लगता है।
पेट्रोलियम सचिव आर.एस. पांडेय ने कहा कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने रोजाना 25 लाख घनमीटर प्रतिदिन गैस का उत्पादन शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि रिलायंस की गैस से भारत को तेल आयात बिल में सालाना 9 अरब डॉलर की बचत होगी। गैस की बिक्री से सरकार को 14 अरब डॉलर का राजस्व मिलेगा।
दूर होगी ईंधन की किल्लत
देश में प्राकृतिक गैस का उत्पादन दोगुना होने की उम्मीद
उर्वरक कंपनियों और बिजली संयंत्रों को मिलेगी राहत
तेल आयात बिल में सालाना 9 अरब डॉलर बचत की उम्मीद
गैस आवंटन पर मंत्रियों की बैठक अगले सप्ताह
मंत्रियों का अधिकार प्राप्त समूह रिलायंस इंडस्ट्रीज के केजी बेसिन के डी 6 ब्लॉक से निकलने वाली प्राकृतिक गैस को बिजली संयंत्रों में आवंटित करने पर फैसला करने के लिए अगले सप्ताह बैठक करेगा।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चुनाव आयोग ने 9 अप्रैल को ईजीओएम की बैठक आयोजित करने की मंजूरी दी है। समूह की बैठक पिछले सप्ताह आयोजित होनी थी, लेकिन विपक्ष के एक वरिष्ठ नेता द्वारा चुनाव आयोग को शिकायत किए जाने पर इसे टाल दिया गया था।
