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Airtel ने Adani से खरीदा 400 MHz 5G स्पेक्ट्रम, 6 सर्कल में मिलेगा फायदा

साल 2022 में अदाणी डेटा नेटवर्क्स ने खरीदा था 26 गीगाहर्ट्ज बैंड, अब एयरटेल के साथ करार के बाद बढ़ेगी कंपनी की 5G ताकत; शहरी इलाकों और इंडोर कवरेज को मिलेगा लाभ

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शुभायन चक्रवर्ती   
Last Updated- April 22, 2025 | 11:42 PM IST

निजी क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल ने आज अदाणी डेटा नेटवर्क्स लिमिटेड (एडीएनएल) से 26 गीगाहर्ट्ज बैंड में 400 मेगाहर्ट्ज दूरसंचार स्पेक्ट्रम के उपयोग के अधिकार खरीदने की घोषणा की है। एयरटेल और उसकी सहायक कंपनी भारती हेक्साकॉम लिमिटेड ने अदाणी एंटरप्राइजेज की सहायक कंपनी अदाणी डेटा नेटवर्क्स लिमिटेड के साथ पक्का करार किया है।

अदाणी डेटा नेटवर्क्स ने साल 2022 की 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी में 212 करोड़ रुपये में 26 गीगाहर्ट्ज बैंड वाले एयरवेव खरीदी थी मगर कंपनी इनकी तैनाती नहीं कर सकी थी। एयरटेल ने अपने बयान में कहा, ‘लेनदेन पूरा होना मानक शर्तों (स्पेक्ट्रम ट्रेडिंग दिशानिर्देशों में बताई गई शर्तों) और सांविधिक मंजूरी के अधीन है।’

कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि एयरटेल की होल्डिंग्स में शामिल किया जा रहा स्पेक्ट्रम 6 दूरसंचार सर्कल में फैला है। इससे दूरसंचार कंपनी को इन इलाकों में अपनी 5जी सेवाओं को मजबूती देने में मदद मिलेगी। बीते कुछ वर्षों में 26 गीगाहर्ट्ज बैंड (24.25 से 27.5 गीगाहर्ट्ज) बैंड ने सभी दूरसंचार कंपनियों को काफी आकर्षित किया है। एमएम वेव बैंड के तौर पर पहचाने जाने वाला यह बैंड काफी तेज गति और कम देरी से डेटा ट्रांसमिशन की सेवा देता है, हालांकि इसकी सीमा सीमित है।

नतीजतन, इसकी घने शहरी आबादी वाले इलाकों में भारी मांग है और इसका उपयोग खासकर उद्यम अनुप्रयोगों और फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस के लिए किया जाता है। उदाहरण के लिए, इस बैंड में प्रस्तावित कुल स्पेक्ट्रम के 72 फीसदी के लिए साल 2022 की स्पेक्ट्रम नीलामी में बोलियां हासिल हो गई थीं। मगर रिलायंस जियो और एयरटेल दोनों ने उस समय प्रस्तावित बैंड का एक बड़ा हिस्सा पहले ही खरीद लिया था। इसलिए साल 2024 की स्पेक्ट्रम नीलामी में इसका कोई खरीदार नहीं मिला।

5जी ग्राहकों की तेजी से बढ़ती संख्या के साथ भारती एयरटेल ने पिछले साल जून में 5जी ट्रैफिक में बड़ी बढ़ोतरी को पूरा करने के लिए अपने मिड बैंक स्पेक्ट्रम को फिर से तैयार करना शुरू किया था। देश भर में 1800, 2100, 2300 मेगाहर्ट्ज जैसे मिड बैंड में दूरसंचार कंपनी की स्पेक्ट्रम होल्डिंग्स को 5जी सेवाओं के लिए फिर से तैयार किया जाएगा। इस कवायद से बेहतर इंडोर कवरेज के अलावा ब्राउजिंग स्पीड में भी वृद्धि होगी।

इस बैंड को निजी इस्तेमाल वाले नेटवर्क अथवा किसी एक उद्यम द्वारा आंतरिक उपयोग के लिए डिजाइन किए गए 5जी नेटवर्क के लिए काफी जरूरी बताया गया है। यही कारण था कि अदाणी डेटा नेटवर्क्स ने साल 2022 में इसके लिए कदम उठाया था। मगर कंपनी इसका उपयोग करने में उस समय असमर्थ रही। कंपनी ने पहले कहा था कि वह अपने संचालन के लिए एक निजी 5जी नेटवर्क बनाने और एकीकृत डिजिटल प्लेटफॉर्म तैयार करने की योजना बना रही है, जिससे अदाणी समूह के अपने मुख्य बुनियादी ढांचे के डिजिटलीकरण को बढ़ावा मिलेगा, लेकिन कंपनी ने इस बारे में किसी तरह की प्रगति की जानकारी कभी नहीं दी।) suggest headline, sub title and tags

First Published : April 22, 2025 | 11:35 PM IST