ठंड की दस्तक के साथ ही अंडे की मांग बढ़ने लगी है। जिससे अंडा महंगा हो रहा है। महीने भर में अंडे के दाम करीब 6 से 12 फीसदी बढ़ चुके हैं। अंडे की घरेलू के साथ ही निर्यात मांग भी बढ़ने से इसकी कीमतों में तेजी आई है। कतर में चल रहे फीफा विश्व कप की वजह से भारत के अंडे की निर्यात बाजार में मांग बढी है।
नेशनल ऐग कॉर्डिनेशन कमेटी के आंकड़ों के मुताबिक महीने भर में तमिलनाडु स्थित प्रमुख अंडा उत्पादक केंद्र नमक्कल में अंडे के दाम 515 रुपये से बढ़कर 545 रुपये, दिल्ली में इसके दाम 530 रुपये से बढ़कर 573 रुपये, मुंबई में 545 रुपये से बढ़कर 606 रुपये प्रति सैकड़ा हो चुके हैं। पिछले साल इन दिनों नमक्कल में अंडा 485 रुपये, दिल्ली में 555 रुपये और मुंबई में 535 रुपये प्रति सैकड़ा बिक रहा था। आंकड़ों से जाहिर महीने भर में अंडे के दाम 6 से 12 फीसदी बढ़ चुके हैं। सबसे ज्यादा 12 फीसदी अंडा मुंबई में महंगा हुआ है।
दिल्ली में अंडे के थोक कारोबारी प्रमोद नागपाल ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि ठंड के साथ अंडे की खपत बढ़ी है। जिससे इसके दाम भी पिछले महीने से लगातार बढ़ रहे हैं। आगे ठंड और बढ़ने वाली है। ऐसे में अंडे की मांग मजबूत रहने की संभावना है। जिससे अंडे की कीमतों में तेजी जारी रह सकती है। अंडा पिछले साल काफी महंगा बिकने के सवाल पर नागपाल कहते हैं कि अंडे की उत्पादन लागत बढ़ने से इसके दाम इस साल ज्यादा हैं।
यह भी पढ़े: प्याज की कीमतों को स्थिर करने के लिये चालू वर्ष में रिकार्ड खरीदारी : सरकार
इस बीच, कतर में हो रहे फीफा विश्व कप की वजह से भारतीय अंडे की निर्यात बाजार में मांग बढ़ी है। तमिलनाडु पोल्ट्री फार्मर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष के. सिंगाराज कहते हैं कि आमतौर पर नमक्कल से कतर को एक महीने में करीब एक करोड़ अंडे का निर्यात होता है। लेकिन फीफा विश्वकप के कारण मांग बढ़ने से बीते दो महीने से 2 से 2.5 करोड़ अंडे प्रति माह निर्यात किए जा रहे हैं।
भारतीय अंडा सस्ता होने से इसकी मांग ज्यादा है। कतर को भारतीय अंडा 29 से 31 डॉलर प्रति कार्टन (360 अंडे) केे भाव पर निर्यात हो रहा है। खाड़ी देशों के लिए तुर्की व यूक्रेन अंडे की आपूर्ति के लिए मुख्य देश हैं। इन देशों से अंडे का निर्यात 35 से 37 डॉलर प्रति कार्टन पड़ रहा है।