facebookmetapixel
कृषि को लाभदायक बिजनेस बनाने के लिए ज्यादा ऑटोमेशन की आवश्यकताQ2 Results: टाटा स्टील के मुनाफे में 272% की उछाल, जानें स्पाइसजेट और अशोक लीलैंड समेत अन्य कंपनियों का कैसा रहा रिजल्टसेबी में बड़े बदलाव की तैयारी: हितों के टकराव और खुलासे के नियम होंगे कड़े, अधिकारियों को बतानी होगी संप​त्ति!Editorial: आरबीआई बॉन्ड यील्ड को लेकर सतर्कनिर्यातकों को मिली बड़ी राहत, कैबिनेट ने ₹45,060 करोड़ की दो योजनाओं को दी मंजूरीसीतारमण का आठवां बजट राजकोषीय अनुशासन से समझौता नहीं कर सकताटाटा मोटर्स की कमर्शियल व्हीकल कंपनी की बीएसई पर हुई लिस्टिंग, न्यू एनर्जी और इलेक्ट्रिफिकेशन पर फोकसग्लोबल एआई और सेमीकंडक्टर शेयरों में बुलबुले का खतरा, निवेशकों की नजर अब भारत परसेबी की चेतावनी का असर: डिजिटल गोल्ड बेचने वाले प्लेटफॉर्मों से निवेशकों की बड़ी निकासी, 3 गुना बढ़ी रिडेम्पशन रेटप्रदूषण से बचाव के लिए नए दिशानिर्देश, राज्यों में चेस्ट क्लीनिक स्थापित करने के निर्देश

तिल के बीजों की जांच के लिए और लैब

Last Updated- December 07, 2022 | 5:44 AM IST

रूस द्वारा देश के सात और प्रयोगशालाओं को निर्यात से पूर्व तिल के बीजों की जांच करने की अनुमति दे दी गई है।


ऐसी उम्मीद की जा रही है कि  इस अनुमति के बाद देश से रूस समेत तमाम देशों को तिल के किए जाने वाले निर्यात में खासी बढ़ोतरी होगी। रूस के इस कदम के बाद तिल का निर्यात बढ़ने की उम्मीद से तिल निर्यातकों के चेहरे पर इस वक्त मुस्कान देखी जा रही है।

गौरतलब है कि अब तक केवल दिल्ली के श्रीराम इंस्टीटयूट फॉर इंडस्ट्रियल रिसर्च के पास ही तिल के बीजों का निर्यात से पहले जांच करने और गुणवत्ता संबंधी प्रमाण-पत्र जारी करने का अधिकार था। कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के अनुसार, तिल के बड़े उत्पादक राज्यों जैसे गुजरात और महाराष्ट्र से इसके बीजों को जांच और प्रमाणीकरण के लिए दिल्ली की प्रयोगशाला में लाना वाकई में टेढ़ी खीर रहा है।

रूस ने इस मुश्किल को अब जाकर समझा है और इस तरह उसने कई और प्रयोगशालाओं को जांच और प्रमाणन की ये प्रदान की है। देश में सिंगल विंडो सर्टिफिकेशन सिस्टम की मौजूदगी के चलते पिछले साल इसके निर्यात में नाटकीय गिरावट देखने को मिला।

अप्रैल 2006 से फरवरी 2007 के बीच जहां रूस को 4,512 टन तिल के बीजों का निर्यात किया गया वहीं अप्रैल 2007 से फरवरी 2008 के बीच इसमें जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। इंडियन ऑयलसीड्स ऐंड प्रोडयूस एक्सपोट्र्स असोसियशन  के अध्यक्ष संजय शाह ने बताया कि पिछले महीने रूस ने देश में सात और प्रयोगशालाएं खोलने को अनुमति दे दी है।

First Published - June 16, 2008 | 1:49 AM IST

संबंधित पोस्ट