लेखक : तमाल बंद्योपाध्याय

आज का अखबार, लेख

बैंकिंग साख: RBL पर क्यों आ रहा M&M का दिल

करीब एक दशक पहले 24 जून, 2013 को महिंद्रा ऐंड महिंद्रा फाइनैंशियल सर्विसेज लिमिटेड को शेयर बाजारों में उस समय भारी उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा जब कंपनी के बोर्ड ने फैसला लिया कि वह बैंक लाइसेंस के लिए आवेदन नहीं कर रहा है । कारोबारी समय के दौरान की गई इस घोषणा के तुरंत […]

आज का अखबार, लेख

सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी की तरफ चरणबद्ध तरीके से बढ़ते कदम

पिछले सप्ताह मुझे एक बैंक से एक ई-मेल आई थी। इस ई-मेल में मुझे डिजिटल रुपये (डिजिटल रुपी) की प्रायोगिक पहल में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया था। इस ई-मेल में डिजिटल रुपी ऐप पर पंजीयन कराने की विधि और डिजिटल रुपी वॉलेट बनाने से जुड़ी बातों का जिक्र था। मेल के अंत […]

आज का अखबार, ताजा खबरें, लेख

बैंकिंग साख: बैंकों के ‘अच्छे दिन’ आखिर कब तक बने रहेंगे

देश के 32 सूचीबद्ध निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) का संयुक्त शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2023 में 40.56 प्रतिशत बढ़कर 2.29 लाख करोड़ रुपये के करीब पहुंच गया। दोनों तरह के बैंकों ने शुद्ध लाभ दर्ज करने में 1 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लिया है और कुछ बैंकों ने तो […]

आज का अखबार, लेख

बैंकिंग साख: नितिन देसाई मामले से कुछ नए सबक

एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) के चेयरमैन और कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने अपने खिलाफ दर्ज प्राथमिकी (एफआईआर) के खिलाफ पिछले सप्ताह बंबई उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। रायगड पुलिस ने इस महीने के शुरू में भारतीय फिल्म उद्योग के मशहूर कला निर्देशक नितिन देसाई की आत्महत्या के मामले में यह प्राथमिकी दर्ज की थी। […]

आज का अखबार, लेख

बैंकिंग साख: नीतिगत दरों में यथा​स्थिति लेकिन रहेगी सतर्क नजर

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गुरुवार को अनुमान के मुताबिक ही एक बार फिर नीतिगत दरों (policy rates) में छेड़छाड़ नहीं करने का निर्णय लिया है। नीतिगत रुख भी अपरिवर्तित रहा और उसने अनुकूलन की व्यवस्था को खत्म करना जारी रखा है। इस नीति के रुझान को किस प्रकार व्याख्यायित किया जाए? यह इस बात […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, बैंक, लेख

Opinion: नीतिगत दरों में बदलाव की उम्मीद नहीं

बढ़ती महंगाई के खिलाफ लड़ाई जारी रखते हुए अमेरिका के फेडरल रिजर्व ने जुलाई के अंतिम सप्ताह में ब्याज दरें बढ़ा दीं जो 22 साल का उच्चतम स्तर है। मौजूदा चक्र में यह 11 वीं दर वृद्धि है जो 40 वर्षों में लगभग शून्य से मौजूदा वर्तमान स्तर तक फेडरल रिजर्व की सबसे आक्रामक दर […]

आज का अखबार, लेख

बैंकिंग साख: उचित नहीं p2p का एनबीएफसी जैसा आचरण

क्या आप देश की सबसे लचीली निवेश योजना के बारे में जानते हैं? अगर नहीं तो हम आपको बताते हैं कि यह योजना 12 फीसदी का रिटर्न देती है। प्रतिबद्धता अवधि के बाद यहां से फंड कभी भी निकाला जा सकता है। मासिक नकदी प्रवाह में कोई अस्थिरता नहीं होती है और कोई छिपा हुआ […]

आज का अखबार, लेख

बैंकिंग साख: बैंकर को कितने साल संभालनी चाहिए कमान?

कोटक महिंद्रा बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्याधिकारी (Kotak Mahindra Bank CEO) उदय कोटक 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त हो जाएंगे। उस दिन उनका लगभग 21 वर्ष लंबा कार्यकाल पूरा हो जाएगा। एचडीएफसी बैंक के पूर्व प्रमुख आदित्य पुरी के बाद कोटक भारत में इतनी लंबी पारी खेलने वाले एक मात्र बैंकर हैं। दोनों में […]

आज का अखबार, ताजा खबरें, लेख

बैंककर्मियों को बेहतर भुगतान के साथ शनिवार की छुट्टी देना जरूरी

खबर है कि सरकार ने बैंकों की एक प्रमुख संस्था, भारतीय बैंक संघ (आईबीए) से बैंक कर्मचारियों के लिए 12वें द्विपक्षीय वेतन समझौते के लिए बातचीत की प्रक्रिया शुरू करने और इसे 1 दिसंबर तक अंतिम रूप देने को कहा है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) के कर्मचारियों का वेतन संशोधन 1 नवंबर, 2022 से […]

आज का अखबार, लेख

Opinion: विलय से HDFC में आएगी मजबूती

टाइम्स बैंक का 26 फरवरी 2000 को एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank Merger) में विलय हो गया था। यह भारतीय बैंकिंग कारोबार में पहला विलय था और यह इस दृष्टिकोण से भी अलग था कि सौदा शेयरों की अदला-बदली के माध्यम से हुआ था। इस विलय के बाद एचडीएफसी बैंक व्यवसाय एवं बाजार मूल्यांकन के लिहाज […]