लेखक : सचिन मामपट्टा

आज का अखबार, कंपनियां

वित्त वर्ष 2025 में सूचीबद्ध कंपनियों ने कर्मचारियों को 15,000 करोड़ रुपये से अधिक ESOP दिए

सूचीबद्ध कंपनियों ने पिछले साल अपने कर्मचारियों को लगभग 15,000 करोड़ रुपये के ईसॉप दिए। ईसॉप के माध्यम से कंपनियां अपने कर्मचारियों को कंपनी में स्वामित्व साझा करती हैं।  सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी (सीएमआईई) के आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2025 में इम्प्लॉयी स्टॉक विकल्प योजना (ईसॉप) के तहत खर्च की गई कुल राशि […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार

भारत में औपचारिक विनिर्माण का आधा हिस्सा अब ग्रामीण क्षेत्रों से आ रहा, शहरी योगदान घटा

भारत के कुल औपचारिक विनिर्माण में आधे से अधिक ग्रामीण क्षेत्रों से आता है। दरअसल, शहरों से गांवों की ओर निरंतर बदलाव हो रहा है। व्यापक रूप से कुल विनिर्माण में फैक्टरी में विनिर्मित उत्पाद और उसके उप उत्पाद आते हैं। इसमें दूसरों के लिए विनिर्माण के माध्यम से अर्जित धन के साथ-साथ किराए या […]

आज का अखबार, बाजार, म्युचुअल फंड, शेयर बाजार

म्युचुअल फंड में लिस्टेड कंपनियों का रिकॉर्ड ₹3.8 लाख करोड़ का निवेश, 1990 के बाद सबसे बड़ा आंकड़ा

सूचीबद्ध कंपनियों ने म्युचुअल फंड में अब तक का रिकॉर्ड निवेश किया है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी (सीएमआईई) के आंकड़ों के अनुसार 2024-25 में उनका म्युचुअल फंडों में निवेश 3.8 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया। यह 1990-91 के बाद का सबसे बड़ा आंकड़ा है। विश्लेषण में 1,569 गैर-वित्तीय कंपनियों के वित्त वर्ष 25 […]

आज का अखबार, बाजार, शेयर बाजार

सॉवरिन वेल्थ और पेंशन फंड ने दूसरे FPI को पीछे छोड़ा, लॉन्ग टर्म निवेशक भारत में बढ़ा रहे निवेश

दीर्घाव​धि निवेशक भारत में अपना निवेश बढ़ा रहे हैं। पिछले पांच साल में सरकारों के नियंत्रण वाली संस्थाओं – सॉवरिन वेल्थ फंडों और पेंशन फंडों ने दूसरे विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की तुलना में अपने नियंत्रण वाली इ​क्विटी परिसंप​त्तियों में ज्यादा वृद्धि दर्ज की है। कुल मिलाकर अगस्त 2020 से एफपीआई परिसंप​त्तियों में 139.5 प्रतिशत […]

आज का अखबार, बीमा, म्युचुअल फंड

IPO एंकर निवेश में म्युचुअल फंड कंपनियां बीमा से आगे, SEBI के सुधारों से मिला नया सहारा

हाल की तिमाहियों में आईपीओ लाने वाली कंपनियों ने बीमा कंपनियों के मुकाबले म्युचुअल फंडों को करीब चार गुना शेयर आवंटित किए हैं। प्राइम डेटाबेस के आंकड़ों के मुताबिक, पिछली चार तिमाहियों में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) में एंकर निवेशकों के तौर पर म्युचुअल फंडों ने 21,976 करोड़ रुपये का निवेश किया। इसकी तुलना में […]

आज का अखबार, बाजार

नई SME लिस्टिंग जारी, मगर कारोबारी गतिविधियां कम; BSE-NSE पर सौदों में गिरावट

छोटे व मझोले उद्यमों (एसएमई) के शेयरों में वैसी ट्रेडिंग नहीं हो रही जैसी नई सूचीबद्धता हो रही है। इन गतिविधियों का आकलन निष्पादित सौदों की संख्या, जिन कंपनियों के शेयरों का लेन-देन हुआ है, सौदे वाले शेयरों की संख्या तथा सौदों के मूल्य के औसत से किया जा सकता है। हालांकि जिन कंपनियों के […]

उद्योग, कंपनियां, समाचार

बड़ी कंपनियां बिजली के खर्च में बचा रहीं करोड़ों, जानें 20 साल में कैसे बदली तस्वीर

भारत में लंबे समय से मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों के लिए महंगी बिजली और ईंधन बड़ी समस्या रहे हैं, लेकिन अब इसकी कीमतें धीरे-धीरे कम हो रही हैं। CMIE के आंकड़ों के अनुसार, 2024–25 में कंपनियों का बिजली और ईंधन पर खर्च कुल बिक्री का सिर्फ 1.98% था, जो पिछले 20 साल में सबसे कम है। अप्रैल-जून […]

आज का अखबार, कंपनियां, समाचार

रॉयल्टी भुगतान 16 साल के निचले स्तर पर, माइनॉरिटी शेयरहोल्डर्स की सतर्कता बढ़ी

वित्त वर्ष 2024-25 में नियामक जांच-परख बढ़ने और संस्थागत विरोध के बीच कंपनियों के रॉयल्टी भुगतान में कटौती की आशंका है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी (सीएमआईई) के आंकड़ों से पता चलता है कि रॉयल्टी और तकनीकी विशेषज्ञता का भुगतान उत्पादित वस्तुओं के मूल्य के सापेक्ष वित्त वर्ष 2010 के बाद से सबसे कम रहा […]

ताजा खबरें, बाजार, शेयर बाजार, समाचार

नॉन कम्प्लायंस के चलते करीब 450 प्रमोटर्स के डीमैट खाते हुए जब्त

पिछले वर्ष के दौरान गैर-अनुपालन की वजह से प्रवर्तकों के जब्त डीमैट खातों में वृद्धि हुई है। स्टॉक एक्सचेंजों ने ऐसे ज्यादा खाते जब्त किए हैं। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) की 12 अगस्त को जारी 2024-25 की सालाना रिपोर्ट के आंकड़ों के अनुसार, बीएसई ने 457 कंपनियों के प्रवर्तकों के डीमैट खाते फ्रीज […]

आज का अखबार, बाजार, म्युचुअल फंड

डायरेक्ट म्युचुअल फंड में सलाह पर निवेश तेजी से बढ़ा, 18 महीनों में 65% तक हुई बढ़ोतरी

म्युचुअल फंडों के डायरेक्ट प्लान में सलाह पर किए जाने वाले निवेश की हिस्सेदारी पिछले 18 महीनों में बढ़ी है। यह वृद्धि निवेशकों की तरफ से अपने आप किए जाने वाले निवेश के मुकाबले तेजी से हुई है। निवेश सलाहकारों या पोर्टफोलियो मैनेजमेंट सेवा प्रदाताओं के जरिये डायरेक्ट स्कीम में निवेश करने वालों ने अपनी […]