लेखक : कृष्ण कांत

आज का अखबार, शेयर बाजार

पैतृक कंपनी को ज्यादा डिविडेंड देने से Vedanta की बैलेंस शीट पर बढ़ा दबाव

वेदांत लिमिटेड (वेदांत) अपनी पैतृक और समूह हो​ल्डिंग कंपनी वेदांत रिसोर्सेज (Vedanta Resources ) को कर्ज घटाने में मदद कर रही है जिससे उसकी स्वयं की बैलेंस शीट पर दबाव दिखना शुरू हो गया है। वेदांत का एकीकृत सकल ऋण (consolidated gross debt ) वित्त वर्ष 2023 में सालाना आधार पर 24.3 प्रतिशत तक बढ़ […]

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कंपनियों ने खुले हाथों से बांटे डिविडेंड, 2.27 लाख करोड़ रुपये का भुगतान कर बनाया रिकॉर्ड

भारतीय उद्योग जगत अपने शेयरधारकों को लाभांश का भुगतान करने के मामले में दिलदार बना हुआ है। खास तौर पर मोटी नकदी वाली कंपनियों जैसे टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (Tata Consultancy Services), हिंदुस्तान जिंक (Hindustan Zinc) और कोल इंडिया (Coal India) के मामले में यह बात सच साबित होती है। इन तीन कंपनियों द्वारा ज्यादा लाभांश […]

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चौथी तिमाही में नरम पड़ी कंपनियों की कमाई, शुद्ध मुनाफा महज 2.3 फीसदी बढ़ा

वित्त वर्ष 2023 की जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनियों के शुरुआती नतीजे शानदार दिख रहे थे लेकिन बाद में और कंपनियों के नतीजे आने के बाद थोड़ी नरमी दिख रही है। चौथी तिमाही के लिए अभी तक 390 कंपनियों ने नतीजे जारी किए हैं, जिनका एकीकृत शुद्ध मुनाफा पिछले साल जनवरी-मार्च से महज 2.3 फीसदी बढ़ा […]

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25 साल में पहली बार कर्ज के जाल में फंसी हिंदुस्तान जिंक

वेदांत समूह की कंपनी वेदांत रिसोर्सेज की बैलेंस शीट में भले ही सुधार आ रहा हो, लेकिन हिंदुस्तान जिंक (एचजेडएल) जैसी उसकी मुख्य परिचालन कंपनियों पर दबाव बढ़ रहा है। एचजेडएल 20 साल से भी ज्यादा समय के बाद कर्ज-मुक्त कंपनी से वित्त वर्ष 2023 में कर्ज-ग्रस्त (शुद्ध आधार पर) हो गई है। धातु उत्पादक […]

अर्थव्यवस्था, आज का अखबार, कंपनियां, बैंक

इंडस्ट्री बैंकों से कम ले रही हैं कर्ज, आंकड़ा पहुंचा एक साल के सबसे निचले स्तर पर: RBI

बैंकों के औद्योगिक ऋण (Industrial credit) में वित्त वर्ष 2022-23 (वित्त वर्ष 23) की पहली छमाही में तेजी आई लेकिन फिर घटती चली गई। यह वृद्धि फरवरी में 12 महीने के सबसे निचले स्तर 7 फीसदी पर आ गई। इससे सालाना आधार पर औद्योगिक ऋण वृद्धि में गिरावट आई। यह जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक के […]

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वित्त वर्ष 23 की चौथी तिमाही में कंपनियों का बढ़ा मुनाफा मगर आय हुई कम

वित्त वर्ष 2023 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में अभी तक जारी कंपनी परिणामों से पता चलता है कि कंपनियों की आय में वृद्धि नरम पड़ी है मगर मुनाफा बढ़ा है। इस तिमाही में कच्चे माल की लागत कम होने और बैंकों के फंसे ऋण के लिए कम प्रावधान की वजह से कंपनियों का मुनाफा बढ़ा […]

आज का अखबार, बाजार, शेयर बाजार

Nifty-50 में घटा IT सेक्टर का वेटेज, पहुंचा पांच साल के निचले स्तर पर

IT कंपनियों के शेयरों खास तौर पर इन्फोसिस और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) में हालिया बिकवाली से निफ्टी 50 सूचकांक में IT क्षेत्र के वेटेज में काफी कमी आई है। बेंचमार्क सूचकांक में इस क्षेत्र का वेटेज (भारांश) अब घटकर पांच साल के निचले स्तर 12.2 फीसदी पर आ गया है, जो मार्च 2022 में […]

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चौथी तिमाही में कंपनियों की आय बढ़ने की उम्मीद

ब्रोकरेज फर्मों को उम्मीद है कि दो तिमाहियों में मायूसी मिलने के बाद वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में कंपनियों की आय बढ़ सकती है। वृद्धि की अगुआई बैंक और वित्तीय सेवा यानी बीएफएसआई, एफएमसीजी और वाहन कंपनियां कर सकती हैं। निफ्टी 50 कंपनियों का कुल शुद्ध मुनाफा पिछले साल जनवरी-मार्च के मुकाबले 15.6 […]

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विदहो​ल्डिंग कर दर में वृद्धि से चिंता, बहुराष्ट्रीय कंपनियों की देसी इकाइयों पर ज्यादा असर नहीं

वै​श्विक बहुराष्ट्रीय कंपनियों (एमएनसी) की सूचीबद्ध भारतीय सहायक इकाइयों ने कैलेंडर वर्ष 2021/वित्त वर्ष 2022 में अपनी पैतृक कंपनियों को रॉयल्टी और टेक्नीकल शुल्क भुगतान के तौर पर करीब 7,000 करोड़ रुपये खर्च किए। कैपिटालाइन डेटाबेस के अनुसार, करीब आधी से ज्यादा रकम (3,770 करोड़ रुपये) यूरोपीय और अमेरिकी एमएनसी की घरेलू सहायक इकाइयों द्वारा […]

आज का अखबार, कंपनियां, बाजार

बाजारों के उतार-चढ़ाव के बीच 10 दिग्गज कंपनियां, जहां हो सकती है भारी आय

अक्टूबर-दिसंबर 2022 तिमाही के लिए कॉरपोरेट आय अनुमान के मुकाबले कम दर्ज की गई थी, क्योंकि गैर-वित्त कंपनियों के शुद्ध लाभ में सालाना आधार पर कमजोरी रही। इससे करीब डेढ़ साल के आय अपग्रेड के बाद ब्रोकरों ने अब प्रति शेयर आय (ईपीएस) घटाने पर जोर दिया है। उदाहरण के लिए, ब्रोकरों को अब निफ्टी-50 […]