लेखक : अजित बालकृष्णन

आज का अखबार, लेख

आर्टिफि​शियल इंटेलिजेंस से रोजगार को कितना खतरा ?

आइए देखते हैं कि दुनिया भर में वि​​भिन्न प्रकार के मीडिया में आई कुछ सु​र्खियों का: ‘चैट जीपीटी: 10 ऐसे रोजगार जो आर्टिफि​शियल इंटेलिजेंस यानी कृत्रिम मेधा द्वारा छीने जाने के सर्वा​धिक जो​खिम में हैं’, ‘चैटजीपीटी के कारण किन नौकरियों पर है खतरा?’, ‘इन नौकरियों को चलन से बाहर कर सकता है चैटजीपीटी।’ ऐसी सु​र्खियों […]

आज का अखबार, लेख

वेब क्रांति के वास्तविक नायक

पिछले दिनों जब मैं अपने घर की बालकनी से सुदूर रायगड की पहाड़ियों को देख रहा था तो एक सवाल मेरे दिलो दिमाग में घुमड़ने लगा: आ​खिर कौन हैं वे सच्चे नायक जिन्होंने इंटरनेट और वेब क्रांति को जन्म दिया, वही क्रांति जिसने जीवन के तमाम क्षेत्रों में मानव जीवन को ​इतना सरल-सहज बना दिया […]

आज का अखबार, लेख

Chatgpt पर दुनियाभर में मचा शोरशराबा

दुनिया में चैटजीपीटी के बारे में हो रही चर्चा के बीच याद आता है कि ऐसी घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। उन घटनाओं और उनके परिणामों के बारे में बता रहे हैं अजित बालकृष्णन चैटजीपीटी जैसे कृत्रिम मेधा आधारित उपायों के बारे में होने वाली तीखी बहसों को पढ़, देख और सुनकर मैं चिंतित […]

आज का अखबार, लेख

हमारी सोच से उन्नत है भारतीय समाज !

जैसे ही मैंने शोध पत्र का शीर्षक देखा मैं चिढ़ गया। उसका शीर्षक था: ‘महिला नेताओं को लेकर कैसी प्रतिक्रिया देते हैं बाजार? आईपीओ (आरं​भिक सार्वजनिक पेशकश) की एक जांच’। मुझे लगा कि शोधकर्ता हमेशा यही रोना क्यों रोते रहते हैं कि भारत में नेतृत्व के मामले में महिलाओं का प्रतिनि​धित्व काफी कम है। चाहे […]