ऑन-डिमांड डिलिवरी प्लेटफॉर्म डंजो (Dunzo) ने बुधवार को कहा कि लागत में कटौती जाने के बाद उसका नकदी व्यय बराबर हो गया है और वह 12 महीने में कॉर्पोरेट स्तर का लाभ हासिल कर लेगा।
सरकार के ओपन ई-कॉमर्स नेटवर्क (ONDC) और कंपनी के स्टोर नेटवर्क का जिक्र करते हुए कंपनी ने एक बयान में कहा कि ओएनडीसी नेटवर्क पर हमारी बढ़ती मौजूदगी और हमारे दमदार लॉजिस्टिक्स कारोबार से लेकर डंजो डेली के नए अवतार तक उत्साहित होने के लिए काफी कुछ है। कंपनी का कहना है कि हमारा लक्ष्य 12 महीने में कॉर्पोरेट स्तर का लाभ हासिल करना है।
गूगल और रिलायंस द्वारा समर्थित डंजो ने यह बयान तब दिया जब उसकी ऑडिटर डेलॉयट ने निकट भविष्य में कंपनी की वित्तीय स्थिरता क्षमता पर संदेह जताया है।
डेलॉयट की टिप्पणियों को डंजो की नियामकीय सूचना के साथ जोड़ा गया था, जिससे पता चला कि वित्त वर्ष 23 में डिलिवरी कंपनी का घाटा 288 प्रतिशत तक बढ़कर 1,802 करोड़ रुपये हो गया। पिछले साल इसे 464 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
डेलॉयट ने कहा कि ग्राहक आधार निर्माण की अधिक परिचालन लागत के कारण डंजो की देनदारियां उसकी मौजूदा संपत्ति से 325.8 करोड़ रुपये तक अधिक हो गई हैं। चूंकि देनदारियां उसकी कुल संपत्ति से अधिक हैं, इसलिए कंपनी अपने लेनदारों को भुगतान करने में असमर्थ होगी।