facebookmetapixel
कृषि को लाभदायक बिजनेस बनाने के लिए ज्यादा ऑटोमेशन की आवश्यकताQ2 Results: टाटा स्टील के मुनाफे में 272% की उछाल, जानें स्पाइसजेट और अशोक लीलैंड समेत अन्य कंपनियों का कैसा रहा रिजल्टसेबी में बड़े बदलाव की तैयारी: हितों के टकराव और खुलासे के नियम होंगे कड़े, अधिकारियों को बतानी होगी संप​त्ति!Editorial: आरबीआई बॉन्ड यील्ड को लेकर सतर्कनिर्यातकों को मिली बड़ी राहत, कैबिनेट ने ₹45,060 करोड़ की दो योजनाओं को दी मंजूरीसीतारमण का आठवां बजट राजकोषीय अनुशासन से समझौता नहीं कर सकताटाटा मोटर्स की कमर्शियल व्हीकल कंपनी की बीएसई पर हुई लिस्टिंग, न्यू एनर्जी और इलेक्ट्रिफिकेशन पर फोकसग्लोबल एआई और सेमीकंडक्टर शेयरों में बुलबुले का खतरा, निवेशकों की नजर अब भारत परसेबी की चेतावनी का असर: डिजिटल गोल्ड बेचने वाले प्लेटफॉर्मों से निवेशकों की बड़ी निकासी, 3 गुना बढ़ी रिडेम्पशन रेटप्रदूषण से बचाव के लिए नए दिशानिर्देश, राज्यों में चेस्ट क्लीनिक स्थापित करने के निर्देश

मप्र को बताया फिसड्डी

Last Updated- December 07, 2022 | 5:40 PM IST

केन्द्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री कमलनाथ ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लेते हुए आज आरोप लगाया कि पिछले चार वर्षो के दौरान मध्य प्रदेश निवेश के मामले में सबसे फिसड्डी राज्य साबित हुआ है।


कमलनाथ ने कहा कि भारत में आए कुल निवेश का केवल 1.7 प्रतिशत हिस्सा ही मध्य प्रदेश में आया है। राज्य सरकार निवेशक सम्मेलन आयोजित कर वाहवाही लूटती रही जबकि दूसरे राज्य निवेशकों के लिए वातावरण तैयार कर निवेश को धरातल पर लाकर आगे निकल गए।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने रोजगार के मौके तैयार करने, खेती को फायदेमंद बनाने और विशेष आर्थिक क्षेत्र में निवेश लाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया। राज्य सरकार के औद्योगिक विभाग के प्रमुख सचिव सत्यप्रकाश ने कहा कि ‘राज्य में भारत में आए कुल निवेश का लगभग 6 प्रतिशत हिस्सा आया है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज, हिंडाल्को जैसी बड़ी कंपनियों न केवल प्रदेश में निवेश कर रही हैं बल्कि बड़ी संख्या में रोजगार के नए मौके भी तैयार हो रहे हैं। मध्य प्रदेश के निवेश को झुठलाने का कोई ठोस आधार नहीं है।’

कमलनाथ ने कहा कि ‘बैतूल और बालाघाट के किसानों ने मुझे कहा है कि वे मुफ्त में उद्योगों को जमीन देने के लिए तैयार हैं लेकिन उन्हें राज्य सरकार पर भरोसा नहीं है। केंद्र ने करीब 10 सेज प्रस्तावों को मंजूरी दी है लेकिन उनमें से एक भी धरातल पर नहीं  आया।’

First Published - August 18, 2008 | 11:44 PM IST

संबंधित पोस्ट