facebookmetapixel
केंद्र सरकार ने चीनी निर्यात पर लगाई मुहर, मोलासेस टैक्स खत्म होने से चीनी मिलों को मिलेगी राहतCDSCO का दवा कंपनियों पर लगाम: रिवाइज्ड शेड्यूल एम के तहत शुरू होंगी जांचें; अब नहीं चलेगी लापरवाहीपूर्वोत्तर की शिक्षा में ₹21 हजार करोड़ का निवेश, असम को मिली कनकलता बरुआ यूनिवर्सिटी की सौगातकेंद्र सरकार ने लागू किया डीप सी फिशिंग का नया नियम, विदेशी जहाजों पर बैन से मछुआरों की बढ़ेगी आयCorporate Action Next Week: अगले हफ्ते शेयर बाजार में स्प्लिट-बोनस-डिविडेंड की बारिश, निवेशकों की चांदीBFSI फंड्स में निवेश से हो सकता है 11% से ज्यादा रिटर्न! जानें कैसे SIP से फायदा उठाएं900% का तगड़ा डिविडेंड! फॉर्मिंग सेक्टर से जुड़ी कंपनी का निवेशकों को तोहफा, रिकॉर्ड डेट अगले हफ्तेDividend Stocks: निवेशक हो जाएं तैयार! अगले हफ्ते 40 से अधिक कंपनियां बांटेंगी डिविडेंड, होगा तगड़ा मुनाफाStock Split: अगले हफ्ते दो कंपनियां करेंगी स्टॉक स्प्लिट, छोटे निवेशकों के लिए बनेगा बड़ा मौकादेश में बनेगा ‘स्पेस इंटेलिजेंस’ का नया अध्याय, ULOOK को ₹19 करोड़ की फंडिंग

Snapdeal ने IPO लाने की योजना टाली, मसौदा दस्तावेज वापस लिए

Last Updated- December 09, 2022 | 1:59 PM IST
Snapdeal

ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील (Snapdeal) ने बाजार में कमजोर स्थितियों को देखते हुए अपना आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) लाने की योजना स्थगित कर दी है। कंपनी ने यह जानकारी दी। स्नैपडील आईपीओ के तहत 1,250 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर जारी करने वाली थी और तीन करोड़ से अधिक शेयरों की बिक्री पेशकश करने वाली थी।

IPO लाने की नई समयसीमा तय नहीं हुई

IPO को स्थगित करने के बाद अभी उसने इसके लिए कोई नई समयसीमा तय नहीं की है। स्नैपडीप के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘बाजार की मौजूदा स्थितियों को देखते हुए, कंपनी ने मसौदा दस्तावेज (DRHP) वापस लेने का निर्णय लिया है। कंपनी IPO लाने पर भविष्य में विचार कर सकती है और यह बाजार की परिस्थितियों तथा वृद्धि के लिए पूंजी की आवश्यकता पर निर्भर करेगा।’

यह भी पढ़े: Landmark Cars IPO: 13 दिसंबर को खुलेगा, जानिए पूरी डिटेल

Snapdeal के 80 फीसदी से अधिक उपभोक्ता छोटे शहरों से

किसी समय ई-कॉमर्स क्षेत्र की दमदार कंपनी रही स्नैपडील को अमेजन और फ्लिपकार्ट से मजबूत चुनौती मिली। इसके मंच पर बेचे जाने वाले 90 फीसदी से अधिक उत्पादों के दाम 1,000 रुपये से कम होते हैं और इसके 80 फीसदी से अधिक उपभोक्ता छोटे शहरों में हैं।

First Published - December 9, 2022 | 1:38 PM IST

संबंधित पोस्ट