वैश्विक इक्विटी बाजारों में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों के भारी निवेश के बीच बेंचमार्क सेंसेक्स पहली बार 52,000 के पार निकल गया। बेंचमार्क सेंसेक्स 609 अंक चढ़कर 52,154 पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 151 अंक की बढ़त के साथ 15,314 पर बंद हुआ। इस महीने अब तक दोनों बेंचमार्क में 13 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई है, जिसे एफपीआई के लगातार निवेश से सहारा मिला।
सोमवार को विदेशी निवेशकोंं ने 1,234 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे और इस तरह से उनका निवेश इस महीने अब तक 20,000 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इक्विटी बाजारों में अप्रत्याशित विदेशी निवेश वैश्विक घटना है और ज्यादातर बाजार नए सर्वोच्च स्तर पर पहुंच रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, निवेशकोंं ने पिछले हफ्ते इक्विटी में अब तक सबसे ज्यादा 58 अरब डॉलर का निवेश किया। पिछले हफ्ते बोफा ने एक नोट मेंं कहा कि निजी बैंकों में उसकी प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियों का करीब 63 फीसदी हिस्सा अब शेयरोंं को आवंटित किया गया है। साथ ही इक्विटी को हुआ आवंटन अब तक का सर्वोच्च स्तर है।
विश्लेषकों ने कहा कि ब्याज की कम दरें और वैश्विक आर्थिक रफ्तार में भारी सुधार की उम्मीद ने जोखिम वाली परिसंपत्तियों को लेकर रुचि में इजाफा किया है। टीका लगाने की बढ़ती गति ने आर्थिक सुधार की उम्मीद जगाई है। निवेशकों के तेजी के नजरिये को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के 1.9 लाख करोड़ डॉलर के प्रोत्साहन के प्रस्ताव से भी सहारा मिला है, जिससे कोरोनावायरस के कारण पैदा हुए आर्थिक संकट से देश को निकलने में मदद मिलेगी। बॉन्ड बाजारों में तेजी से प्रतिफल एतिहासिक निचले स्तर पर आ गया और निवेशकों को जोखिम वाली परिसंपत्तियोंं की ओर बढऩे के लिए प्रोत्साहित किया।
ऐक्सिस सिक्योरिटीज के मुख्य निवेश अधिकारी नवीन कुलकर्णी ने कहा, बाजार की तेजी काफी मजबूत है और इसके कई संकेतक हैं, जिनमें कोविड संक्रमण पर लगाम, बेहतर बजट और आर्थिक सुधार शामिल है। कुल मिलाकर बाजार में बेहतरी जारी रहेगी। जोखिम अब स्थानीय के मुकाबले वैश्विक ज्यादा है।
सोमवार को कुल मिलाकर 304 शेयरों ने 52 हफ्ते की ऊंचाई को छू लिया और 367 शेयरों में अपर सर्किट लगा।कुल 1,365 शेयरों में बढ़ोतरी दर्ज हुई जबकि 1,674 शेयरों मेंं गिरावट। सेंसेक्स में शामिल दो तिहाई शेयर बढ़त के साथ बंद हुए।
सेंसेक्स के शेयरोंं में ऐक्सिस बैंक सबसे ज्यादा 5.8 फीसदी चढ़ा जबकि आईसीआईसीआई बैंक में 4 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई। बजाज फाइनैंस और एसबीआई में 3 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज हुई। डॉ. रेड्डीज और टीसीएस का प्रदर्शन सबसे खराब रहा, जो क्रमश: 1.7 फीसदी व 1.6 फीसदी नुकसान के साथ बंद हुए।