प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूरसंचार क्षेत्र की कंपनियों को आत्मनिर्भरता एवं सुरक्षा पर ध्यान देते हुए कहा कि भारत ने डिजिटल कनेक्टिविटी को हासिल करने में अहम प्रगति कर ली है। प्रधानमंत्री ने मोबिलिटी की रजत जयंती के अवसर पर एक लिखित संदेश में अपने विचार साझा किए जिसे शुक्रवार को उद्योग के एक वेबिनार में सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के महानिदेशक एस. पी. कोचर ने पढ़ा। यह टिप्पणी अमेरिकी एवं ब्रिटेन की सरकार द्वारा चीनी दूरसंचार कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए जाने की घटना की प्रष्ठभूमि में काफी अहम है। भारत सरकार भी इस पर विचार कर रही है कि क्या चीनी कंपनियों को 5 जी परीक्षणों में भाग लेने की अनुमति दी जाए थी और केंद्र ने हाल ही में सरकारी दूरसंचार कंपनियों को स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अपनी 4-जी बोलियों को फिर से कराने के लिए कहा था।
प्रधानमंत्री ने जन-धन, आधार, मोबाइल कार्यक्रम की सफलता पर प्रकाश डालते हुए कहा, ‘वास्तव में लोगों के जीवन को बदलने की कोशिश कर रही कोई भी सरकार डिजिटल कनेक्टिविटी को अहम साधन के तौर पर उपयोग करेगी।’ उन्होंने लिखा कि डिजिटल कनेक्टिविटी के योगदान से आरोग्य सेतु जैसा अहम ऐप तैयार हो सका, जो कोरोना के खिलाफ लड़ाई में अहम साधन के तौर पर इस्तेमाल किया गया।