ऊंची ब्याज दरों का प्रभाव एक्सपोर्ट इंपोर्ट बैंक ऑफ इंडिया द्वारा जारी किए जाने वाले टर्म लोन पर भी पड़ा है और यह अब खासे महंगे होते जा रहे हैं।
पिछले साल की तुलना में एक निर्यातक के द्वारा पांच साल के लिए टर्म लोन की ब्याज दरों में दो से तीन फीसदी का इजाफा हुआ है। रिसेट क्लॉज वाले लोन की ब्याज दरें इस समय 11 से 11.5 फीसदी के करीब है जबकि फिक्सड रेट वाले लोन की ब्याज दरें 12 फीसदी हैं।
ये ब्याज दरें एक साल पहले नौ फीसदी के स्तर पर थी। बैंक की योजना वित्त्तीय वर्ष 2009 में डेट के रुप में 17,700 करोड़ रु जुटाने की है। जिसमें से 10,600 करोड़ घरेलू बाजार से जुटाए जाऐंगे और बाकी फॉरेन करेंसी बारोइंग के जरिए जुटाए जाऐंगे।