विस्तारा के मुख्य कार्याधिकारी विनोद कन्नन ने मंगलवार को कहा कि एयरलाइन का कैश फ्लो मजबूत स्थिति में है और उसे अगले 6 महीने तक प्रवर्तकों से नई पूंजी लेने की जरूरत नहीं है।
टाटा-सिंगापुर एयरलाइंस के संयुक्त उपक्रम विस्तारा ने क्षमता विस्तार, ऊंची किराया दरों और राजस्व वृद्धि की मदद से दिसंबर तिमाही में पहली बार मुनाफे का स्वाद चखा है। इस एयरलाइन ने वर्ष 2015 में अपना परिचालन शुरू किया था।
कन्नन ने एयरलाइन के लिए कोष जरूरत के संबंध में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, ‘हम स्वयं कोष की व्यवस्था कर सकते हैं।’
ईंधन कीमतें दिसंबर से घटी हैं और अमेरिकी डॉलर के मुकाबला रुपया मजबूत हुआ है। हालांकि मांग और प्रतिफल में नरमी आने का अनुमान है, क्योंकि जनवरी-मार्च को हवाई यात्रा के लिए मुख्य तौर पर कमजोर तिमाही माना जाता है।
विस्तारा के प्रबंधन का मानना है कि ईंधन कीमतें नरम बनी रहेंगी और तिमाही तथा पूरे वर्ष के आधार पर एबिटा और किराये के मोर्चे पर एयरलाइन मुनाफे में बनी रहेगी।
विस्तारा के बेड़े में फिलहाल 53 विमान हैं और वह कैलेंडर वर्ष 2023 में सात अन्य विमान शामिल करेगी। इनमें बोइंग 787 और एयरबस ए320 विमान भी शामिल होंगे। वर्ष 2024 के अंत तक, एयरलाइन के बेड़े में करीब 70 विमान होंगे।
एयरलाइन मुंबई से अपनी परिचालन क्षमता बढ़ा रही है। मौजूदा समय में मुंबई से उसकी 50 से ज्यादा दैनिक उड़ानें संचालित की जाती हैं। एयरलाइन अपने यूरोपीय परिचालन को भी मुंबई से जोड़ने पर भी विचार कर रही है।