आर्थिक मंदी से जूझने और बिक्री बढ़ाने के लिए सचदेव समूह की लकरी रिटेल इकाई टीएसजी इंटरनैशनल मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड ने अपने तरह की इकलौती पहल करते हुए मल्टीब्रांडेड बुटिक को बढ़ावा देने का निर्णय लिया है।
कंपनी की योजना ‘किश्च’ प्रारूप का विकास कर अपनी कंपनी को दुनिया के प्रमुख लकरी और फैशन ब्रांडों में शामिल कराने की है।
टीएसजी इंटरनैशनल मार्केटिंग के मुख्य परिचालन अधिकारी प्रिया सचदेव ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘मल्टीब्रांडेड दुकानों के जरिए उपभोक्ताओं को जहां व्यापक विकल्प मुहैया कराया जाएगा, वहीं यह मूल्यांकन करने में भी मदद मिलेगी कि हम किस ब्रांड को एकल ब्रांड स्टोर के रूप में ढाला जाए।’
लक्जरी उत्पादों को उपभोक्ताओं के बड़े वर्ग तक पहुंचाने की खातिर कंपनी अगले साल फैक्टरी आउटलेट खोलने का भी मन बना रही है।
ऐसे समय जब लक्जरी रिटेलरों को अपना स्टॉक बेचने में काफी दबाव महसूस हो रहा हो, तब टीसीजी इंटरनैशनल ने अपने स्टोरों और ब्रांडों को फैलाने की नीति अख्तियार की है।
सचदेव ने बताया, ‘पिछले साल की तुलना में इस साल रियल एस्टेट का किराया ज्यादा वास्तविक रहेगा। ऐसे में हमलोग सही प्रोजेक्टों के जरिए कंपनी का विकास करने जा रहे हैं। टीएसजी की योजना 2012 तक 25 स्टोर खोलने की है। कंपनी को उम्मीद है कि प्रति स्टोर 1-1.5 करोड़ रुपये की कमाई हो सकेगी।
टीएसजी पहले ही देश में सात स्टोर खोल चुकी है। इसमें से 5 तो पिछले साल ही खोले गए हैं। कंपनी मॉश्चिनो, जीन पॉल गॉल्टियर, अल्बर्टा, फेरिटी, लैनविन, स्टैला मैककार्टनी, एलेक्जेंडर मैकक्वीन, डायना वॉन फर्स्टनबर्ग, मार्क जैकब्स जैसे ब्रांडों का एक्सक्लूसिव रिटेल और डिस्ट्रीब्यूशन पार्टनर है।
अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के साथ साझेदारी बढ़ाने के लिए टीएसजी ने कीमतों के मोर्चे पर काम किया है, जिससे इसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार के बराबर रह गई है। सचदेव ने बताया कि हमारे उपभोक्ता पूरी दुनिया में घूमते रहते हैं।
ऐसे में यदि इन ब्रांडों को यहां कम कीमत पर उपभोक्ताओं को मुहैया कराया जाए तो विदेशियों को लगेगा कि उन्हें ठगा गया है। लिहाजा हमारी कोशिश रही है कि इन उत्पादों के मूल्य कम से कम दुबई और यूरोपीय बाजारों के समतुल्य हो।