मौजूदा आर्थिक संकट की मार ऑटोमोबाइल क्षेत्र पर ऐसी पड़ी कि टाटा मोटर्स और महिन्द्रा ऐंड महिन्द्रा जैसी दिग्गज कंपनियां भी पैसे की कमी की वजह से अपने डिजाइन और इंजीनियरिंग विभाग के लिए भर्तियां कम कर दी है।
टाटा मोटर्स की सहयोगी कंपनी टाटा टेक्नोलॉजिज ने पहले आईएनसीएटी (पुणे में कंपनी की मुक्त सेवा कंपनी, जो डिजाइन और इंजीनियरिंग विभाग के लिए काम करती है) में लोगों की भर्ती करने की बात कही थी।
लेकिन मौजूदा आर्थिक माहौल और वित्तीय संकट को देखते हुए भर्ती प्रक्रिया को स्थगित कर दिया गया है। पुरानी योजना के मुताबिक कंपनी इस विभाग में कर्मियों की संख्या 25 से बढ़ाकर 50 करने की सोच रही थी।
इसी तरह मुंबई की वाहन निर्माता कंपनी महिन्द्रा ऐंड महिन्द्रा ने भी वाहन डिजाइन करने वालों की संख्या दुगुनी करने की योजना में थी, लेकिन भर्ती के मोर्चे पर कंपनी फिलहाल धीमी हो गई है। हालांकि इटली की डिजाइन कंपनी पिनिनफेरिज ने टाटा मोटर्स के साथ मिलकर पुणे में डिजाइन स्टूडियों की योजना बनाई थी।
दोनों कंपनियों ने डिजाइन सेंटर खोलने के लिए पिछले साल ही समझौते पत्र पर हस्ताक्षर किया था, लेकिन इसे शुरू होना अभी बाकी है।
पिनिनफेरिना एसपीए के डिजाइन निदेशक लोवी वरमीर्श ने कहा, ‘ हमलोगों ने छात्रों की भर्तियां कम कर दी है, क्योंकि डिजाइन वाले काम में उत्पादन में गिरावट देखने को मिल रही है। इटली में हमारे साथ तीन भारतीय छात्र काम कर रहे हैं।’
टाटा टेक्नोलॉजिज के एक वरिष्ठ कार्यकारी ने कहा,’ बाजार में बुरे वक्त का दौर चल रहा है, जिस वजह से हमलोगों ने भर्ती का काम रोक दिया है। हमलोगों ने पहले पुणे में डिजाइनरों की संख्या बढ़ाने की योजना बनाई थी, लेकिन इसे अभी के माहौल में कर पाना संभव नहीं है।’
फ्रांस की कार बनाने वाली कंपनी रेनॉल्ट ने मुंबई में 16 लोगों के साथ एक स्थानीय डिजाइन केंद्र मुंबई में खोला था। यह टीम न केवल कंपनी की लोगान जैसी भारतीय परियोजना के लिए काम कर रहे थे।